हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :- पिछले पांच साल पूर्व भाजपा सरकार ने जिस प्रकार से सरकारी खजाने को लुटाया वह शर्मनाक है। प्रदेश की भीष्म वित्तीय स्थिति के लिए पिछली भाजपा सरकार जिम्मेदार है। अभी जो वित्तीय स्थिति है, पहले कभी प्रदेश में नहीं हुई।
हमारे आर्थिक प्रबंधन से आर्थिक स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। राजस्व बढाने की दिशा में सरकार काम कर रही है। मैं चाहता हूं कि प्रदेश के सभी वर्गों, अधिकारियों और कर्मचारियों का इसमें सरकार को सहयोग मिले। अगले वित्तीय वर्ष में सरकार आर्थिक हालात पर काबू पाने में कामयाब हो जाएगी।
सरकारें आती-जाती रहती हैं। आज मैं मुख्यमंत्री हूँ, कल कोई और होगा। लेकिन, प्रदेश को वर्तमान वित्तीय हालात पर नहीं छोड़ा जा सकता। आर्थिक हालात ठीक करने के लिए कड़े निर्णय लेने ही होंगे। तभी युवाओं का भविष्य सुरक्षित होगा और रोजगार मिलेगा।
हम अपनी सुधरी अर्थव्यवस्था पर ब्रेक नहीं लगा सकते, इसलिए और आर्थिक सुधारों की ओर आगे बढ़ रहे हैं। दो महीनों तक हमने वेतन-भत्ते न लेने का फैसला लिया है।
हमने सभी अधिकारियों को डीए और एरियर का बकाया देना है। आर्थिक स्थिति सुधरते ही इस पर निर्णय लेंगे। हमने आर्थिक स्थिति सुदृढ करने के लिए बड़े होटलों की एक रुपये बिजली सब्सिडी बंद कर दी है। बीते कल यह निर्णय लिया गया है।
पूर्व भाजपा सरकार ने शराब ठेकों के आवंटन में 5 साल में मात्र 665 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया। जबकि कांग्रेस सरकार ने एक साल में ही ठेकों की नीलामी नए सिरे से कर 485 करोड़ रुपये की कमाई की है। भाजपा सरकार में रहे आबकारी मंत्री को जवाब देना चाहिए कि 5 साल में ठेकों की नीलामी क्यों नहीं हुई, क्यों ठेके रिन्यू किये जाते रहे। क्या यह महाघोटाला नहीं था।