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बढ़ती रैगिंग के खिलाफ ठोस कानून बनाने की जरूरत – आकाश नेगी

शिमला/हिमाचल :-   अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश प्रदेश मंत्री आकाश नेगी ने बयान जारी करते हुए कहा की सोलन की बाहरा यूनिवर्सिटी में रैगिंग के मामले में पुलिस ने जांच के बाद 2 और छात्रों को गिरफ्तार किया है। अब तक इस मामले में कुल 5 छात्रों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

 

वहीं इस पूरे मामले के सामने आने के बाद बाहरा यूनिवर्सिटी के प्रबंधन ने भी कड़े कदम उठाते हुए मामले में कुछ छात्रों को यूनिवर्सिटी से निकाल दिया है जबकि अन्य के खिलाफ अन्य कार्रवाई की जा रही है। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार विनीत कुमार ने बताया कि मामला सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी में एंटी रैगिंग विंग बनाकर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि दोबारा ऐसी घटना न घटे।

एंटी रैगिंग कमेटी की निष्क्रियता पर सवाल
इस घटना के बाद से यह सवाल उठ रहे हैं कि क्या यूनिवर्सिटी की एंटी रैगिंग कमेटी निष्क्रिय थी, यह मामला एक दिन का नहीं था, बल्कि लंबे समय से चल रहा था, जिसके बावजूद समय रहते इस पर कोई ठोस कार्रवाई (Solid Action) नहीं की गई। अमन काचरू केस के बाद प्रोफेशनल कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों में एंटी रैगिंग कमेटी का गठन अनिवार्य किया गया था, ताकि रैगिंग जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके। लेकिन देखने में आ रहा है कि अब संस्थानों में यह केवल औपचारिकता के लिए बनाई जाती हैं।

प्रांत मंत्री आकाश नेगी ने कहा की बाहरा यूनिवर्सिटी में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्रों पर की गई रैगिंग की खबर शिक्षण संस्थान के लिए काफी दुर्भाग्यपुर्ण विषय है। साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में एंटी रैगिंग कमेटयों को सशक्त करने की जरूरत है सरकार को इसके लिए ठोस कदम लेने की जरूरत है अगर आगे से कभी ऐसी खबर आती है तो विद्यार्थी परिषद इसका विरोध करेगी और उग्र आंदोलन करेगी।