शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- छात्रों की मुख्ये मांगे ये थी की अभी तक जो है हॉस्टल की दूसरी लिस्ट नही निकाली गयी है छात्रों को जो बहुत सी समस्या का सामना करना पड़ रहा है । विश्वविद्यालय प्रशासन जो है छात्रों को हॉस्टल की सुविधा नही दे पाया है ।
विश्वविद्यालय प्रशासन काफी लंबे से जो है छात्रों को हॉस्टल नहीं दे पा रहे है छात्र जो है काफी समस्याओं से जूझ रहा है । छात्रों ने जो है की मांगों को चीफ वार्डन का घेराव किया हॉस्टल में अभी तक पानी की सुविधा नहीं दी गई है छात्रों ने अपनी मांगों को आगे रखते हुए कहा कि हॉस्टल में खाने की गुणवत्ता मे सुधार करने की मांग उठाई छात्रों का मानना है की हॉस्टल मे अच्छी खाने की गुणवत्ता नही दी जा रही है ।
जिससे छात्र को जो है काफी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है ।छात्र जो है हॉस्टल के खाना खाने से बीमार हो रहा है । एसएफाई का मानना है की हॉस्टल लिस्ट से जो है मेरिटोरियस छात्रों को जो है बाहर कर दीया गया है जिसके चलते छात्रों ने अपनी पढ़ाई को आधे मे छोड़ कर वापिस घर चले गये है साथ ही साथ विश्वविद्यालय प्रशासन ने SC के आरक्षण को जो ख़त्म कर दिया गया है SC के छात्रों को जो हॉस्टल लिस्ट से बहार कर दिया है ।
अगर आने वाले समय मे मेरिटौरियस छात्रों को जो है हॉस्टल की सुविधा प्रदान् नही की गयी ओर छात्रों की मांगो को पूरा नही किया गया तो एसएफाई सभी छात्रों को लामबंद करते हुए ऊग्र आंदोलन करेगी ।