हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- बड़सर क्षेत्र की सस्ते राशन की दुकानों से वितरित किए जा रहे सरसों तेल में खतरनाक मिलावट की पुष्टि होने के बाद, क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ का गंभीर मामला सामने आया है। खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा जांचे गए सैंपल में अत्यधिक मात्रा में मिनरल ऑयल पाया गया है, जिससे यह तेल “अनसेफ” घोषित किया गया है। इस मिलावट से क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ने की आशंका है।
सरसों तेल में मिलावट: दोषी कंपनी पर होनी चाहिए कड़ी कार्रवाई
विधायक इन्द्रदत्त लखनपाल ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “बड़सर की जनता के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।”
विधायक लखनपाल ने खाद्य सुरक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि संबंधित तेल कंपनी के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई शुरू की जाए। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि कंपनी के वितरण नेटवर्क की गहन जांच की जाए, ताकि बाजार में और कोई दूषित तेल वितरित न हो। “जो भी तेल पहले से बाजार में वितरित किया जा चुका है, उसे तुरंत वापस मंगवाया जाए, ताकि और लोग इस मिलावट का शिकार न बनें,”
विधायक ने स्पष्ट किया कि ऐसी लापरवाही और मिलावटखोरी पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि, “हिमाचल प्रदेश की सरकार इस गंभीर मसले पर उतनी संवेदनशील नहीं है जितनी होनी चाहिए।”
विधायक लखनपाल ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और यदि किसी खाद्य उत्पाद में मिलावट या खराब गुणवत्ता की आशंका हो, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। “आपकी सतर्कता हमारी सबसे बड़ी ताकत है। हम सभी मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे,”