हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- कंगना रनौत द्वारा बार बार किसानों को टारगेट करना भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार की देश के किसानों के प्रति सोच का ही परिणाम है।प्रदेश कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता प्रेम कौशल ने जारी ब्यान में कहा कि कंगना रनौत ने रद्द कृषि कानूनों को लागू करने की मांग कर भाजपा की किसान विरोधी मानसिकता को उजागर किया है और ब्यान से पलटना हरियाणा एवं जम्मू कश्मीर में हो रहे चुनाबों के मद्देनजर उनकी तथा पार्टी की राजनीतिक मजबूरी है।
उन्होंने कहा कि वास्तव में भाजपा आलाकमान ने ही कंगना रनौत,रवनीत बिट्टू,रामदास आठवले,अनुराग ठाकुर सहित कुछ अन्य नेताओं को नफरती राजनीति की अगुवाई करने की जिम्मेदारी दे रखी है और इसी के चलते वह एक निश्चित एजेंडे के तहत किसानों सहित देश के विपक्षी नेताओं के खिलाफ़ ज़हर उगलने का कार्य करते हैं।कौशल ने कंगना रनौत के व्यानों को हिमाचली संस्कृति और सभ्यता पर भी प्रहार करार देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश की महिलाएं सौम्यता,सरलता, सदभाव और शालीनता के लिए
जानी जाती हैं परंतु कंगना ने अपने वक्तव्यों से हिमाचल की नारी शक्ति की मर्यादाओं को भी चोटिल किया है।