हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- देव भूमि संघर्ष समिति हमीरपुर के सयोंजक सुरजीत ठाकुर ने केंद्र सरकार से वक्फ बोर्ड को खत्म करने तथा ज़िला में विभिन्न स्थानो पर मजारों और अवैध मस्जिदों के नाम पर लैंड जिहाद को बंद करने का आह्वान किया हैं।
संघर्ष समिति के द्वारा प्रदेश भर में आयोजित विरोध प्रदर्शनो की शृंखला में हमीरपुर में आयोजित प्रदर्शन को संभोधित करते हुये ठाकुर ने कहा कि पूरा देश आज जेहादी मानसिकता द्वारा अघोषित युद्ध से त्रस्त हैं।
कहीं यह लव जेहाद, कहीं लैंड जेहाद, कहीं थूक जेहाद किसी ना किसी रूप से हिन्दू सनातनी समाज को उत्पीड़ित करने में जूटे हुये हैं। उन्होने कहा कि यह अघोषित युद्ध लंबा चलना वाला नहीं हैं, हिन्दू समाज अपने हक़ की लड़ाई के लिए अब उठ खड़ा हुआ हैं।
हमीरपुर के भोटा चौक से शुरू विरोध प्रदर्शन गांधी चौक पर सम्पन्न हुआ जहां हिन्दू समाज के अग्रणी नेतायों व संतो ने इसे संभोधित किया।
ठाकुर ने कहा कि यदि हिन्दू को अन्य मत पंथो के लोगो को स्वीकार करना आता हैं तो प्रतीकार करना भी आता हैं। उन्होने कहा कि जेहादी घर घर गाँव गाँव में यह दिन के समय जब घर के पुरुष घर नहीं होते, यह घुसपैठ करते हैं, रेकी करते हैं। आवश्यकता इस बात कि हैं कि इनकी आधार, जनम प्रमाण पत्र और राशन कार्ड के माध्यम से पूरी जांच होनी चाहिए ।
उन्होने आम समाज से भी आग्रह किया कि कोई भी बिना जांच के इन्हे अपने घर, दुकान किराए पर ना दे।
इस अवसर पर संत सर्वेश्वरनन्द सरस्वती ने हिन्दू समाज को शास्त्र के साथ शस्त्र विद्या में भी निपुण होने का आग्रह किया। उन्होने कहा कि जहां एक और प्रत्येक घर में हम गीता, राम चरितमानस का प्रतिदिन पाठ करें वहीं अपनी अगली पीढ़ी को धर्म से भी जोड़े।
इस अवसर पर अवहदेवी मंदिर कमेटी के पुजारी आनंद पांडे ने भी जहां हनुमान चालीसा का पाठ करवाया वहीं, समाज को अपने आस पास मंडराते खतरों से भी आगाह किया।
इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत सह मंत्री पंकज भारतीय, सहकार भारती के ज़िला संगठन मंत्री नरेंद्र ठाकुर, संगर्ष समिति के सह सयोंजक आशीष शर्मा, मीडिया प्रभारी सुमित ठाकुर, कोषाध्यक्ष पुष्पिंदर सिंह, पल्लवी चंदेल, आशीष शर्मा, विशाल शर्मा, कपिल शामा, दीक्षित गौतम, कुलदीप शर्मा, हेमा मल्होत्रा, ध्यान सिंह, सुशीला शर्मा, मनोज कुमार, तरुण कालिया, जीवन डढ़वाल, अश्वनी शर्मा, किशोर शर्मा, राहुल वर्मा, मनोज सहित सेकंडों सनातनी उपस्थित रहे।