हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना-2, के परियोजना निदेशक डॉ सुनील चौहान ने बताया कि हिमाचल की 296 सिंचाई योजनाओं में से 150 पर निर्माण कार्य आरम्भ कर दिया है। इस तरह से परियोजना में आधे से अधिक सिंचाईं योजनाओं का निर्माण कार्य होने लगा है, जोकि किसी भी परियोजना के लिए एक मील का पत्थर है।
डॉ. चौहान 4 अक्टूबर (शुक्रवार) से चार दिन चलने वाली प्रदेश के चारों जिला परियोजना प्रबंधक इकाइयों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने परियोजना के मीडिया सलाहकार राजेश्वर ठाकुर और वरिष्ठ सलाहकार बलजीत सिंह संधू की मौजदीगी में बताया कि परियोजना में अब तक 280 सिंचाई योजनाए का सर्वे और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPRs) बनकर तैयार हो गई हैं।
उन्होंने ये भी बताया कि इसी बीच 22 सिंचाई योजनाए बनकर तैयार हो गई हैं उनमें से 9 को कृषक विकास संघो को सौंपा जा चूका है। जिला परियोजना इकाइयों के अधिकारीयों का आवाहन किया कि वे किसानों को फसल विविधीकरण के लिए सब्जी उत्पादन पर आवश्यक प्रशिक्षण दें और परियोजना स्तर पर बीज मुहैया करवाएं।
उन्होंने परियोजना के अंतर्गत कार्यों के परिणामों का जायजा लेते हुए जायका गार्डन और जिला स्तर पर एक किसान उत्पादक कंपनी बनाने पर बल दिया इस अवसर पर पहले के परियोजना कार्यों की समीक्षा की।