हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :- प्रदेश सरकार को कोसने से बेहतर होता कि कुछ राहत हिमाचल को देकर जाते केंद्रीय स्वास्थ, रसायन व उर्वरक मंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी यह कहना है प्रदेश कांग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर संदीप सांख्यान का।
संदीप सांख्यान ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहली बार केंद्र में भाजपा व उनके सहयोगियों की सरकार बनने के बाद बिलासपुर आए लेकिन उन्होंने सिर्फ प्रदेश की सरकार को कोसने के सिवा कोई अन्य काम नहीं किया, जबकि बेहतर होता कि साल 2014 से केंद्र में उनकी सरकार है और अब तीसरी मर्तबा उनकी सरकार बनी है तो वह ऐसे में हिमाचल प्रदेश के लोंगो के लिए कोई नई सौगात ले कर आते।
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संदीप सांख्यान ने एक बार फिर से प्रश्न खड़े करते हुए कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा जी को बताना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश में फरवरी माह में हिमाचल प्रदेश सरकार को गिराने में जो षड्यंत्र रचा गया था उसके पीछे किसकी भूमिका थी, नड्डा जी को बताना चाहिए था कि निर्दलीय विधायकों से इस्तीफे क्यों दिलवाए गए।
नड्डा जी को यह भी बताना चाहिए कि कांग्रेस से भाजपा में शामिल किए गए विधायकों को टिकट देते समय उनको भाजपा की विचारधारा और भाजपा के नेताजी और कार्यकर्ताओं की याद क्यों नहीं आई। संदीप सांख्यान ने कहा कि उनको बताना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश को नौ विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनावों में किसने धकेला। संदीप सांख्यान ने हिमाचल प्रदेश की जनता का धन्यवाद करते हुए कहा कि भाजपा के रचे षडयंत्रो के बाबजूद भी प्रदेश की कांग्रेस सरकार 40 सीटों पर पुनः खड़ी है।
संदीप सांख्यान नेता विपक्ष जयराम ठाकुर पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि जयराम ठाकुर अब भी मुगालते में है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार को गिरा देंगे, क्योंकि जयराम ठाकुर अभी भी सत्ता के मोह की लोलुपता के चलते दिवास्वप्न को पाले हुए हैं।
संदीप सांख्यान ने कहा कि नड्डा जी को बताना चाहिए कि हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता का मौहल किसने बनाया और इसके पीछे कौन रचनाकार था। उन्होंने कहा कि नड्डा जी प्रदेश सरकार को मिलने वाले जीएसटी मुआवजे पर क्यों चुपी साधे रहे। उन्होंने कहा कि नड्डा जी को यह भी बताना चाहिए था कि प्रदेश सरकार की बकाया राशि 23 हज़ार करोड़ कब केंद्र की सरकार वापिस करेगी।
संदीप सांख्यान ने कहा नड्डा जी को यह भी बताना चाहिए था कि यदि प्रदेश में भाजपा की सरकार होती तो क्या केंद्र की सरकार हिमाचल प्रदेश की सरकार पर वितीय प्रतिबंध लगाती। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सूक्खु केंद्र की सरकार के प्रति सभी जायज प्रोटोकॉल निभाते आए हैं क्योंकि यह एक फ़ेडरल सिस्टम की परम्परा भी है।
तो ऐसे में यह कहना गलत है कि सूक्खु जी दिल्ली में केंद्र की सरकार का अभिवादन करते हैं और हिमाचल में केंद्र की सरकार को कोसते है तो एक बात समझनी होगी कि पिछले पौने दो वर्षो में जब से प्रदेश की कांग्रेस सरकार बनी हुई है तब से लेकर अब तब केंद्र सरकार रवैया हिमाचल प्रदेश की जनता और हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार के प्रति उदासीन रहा है और भेदभावपूर्ण रहा है।