हिमाचल में कांग्रेस सरकार ख़स्ताहाल, केंद्र की योजनाओं के भरोसे प्रदेश: अनुराग सिंह ठाकुर

हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :-  हिमाचल प्रदेश पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद  अनुराग सिंह ठाकुर आज अपने संसदीय क्षेत्र के नादौन, बड़सर, बंगाणा व ऊना में जनसभा व जनसंवाद कर स्थानीय स्तर पर जनसमस्याओं की सुनवाई की व प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा हिमाचल को अव्यवस्थाओं व अनिश्चितता की ओर धकेलने की बात कही है।

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ हिमाचल प्रदेश आज कांग्रेस सरकार के कुप्रबंधन व नाकामी से अव्यवस्था व अनिश्चितता की ओर है। आज हिमाचाल प्रदेश की हालत यह है कि केंद्र की परियोजनाओं के पैसे ना मिलें तो विकास कार्य ठप्प है। केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना हो, ग्रामीण सड़क योजना हो, सीआरआईएफ फंड से सड़क निर्माण हो, पेयजल जैसी तमाम योजनाएँ हैं जो धरातल पर उतर रही हैं तो प्रदेश का विकास हो रहा है ।

वरना राज्य सरकार ना तो कोई नया प्रोजेक्ट ला पा रही है और ना ही पुराना कुछ रिपेयर करा पा रही है। प्रदेश में बाक़ी विधानसभा तो दूर की बात है मुख्यमंत्री के अपने गृह विधानसभा में सड़कों के ख़स्ताहाल हैं। हिमाचल में सरकार चलाना अब कांग्रेस के बस के बाहर है।

 

कांग्रेस ने हिमाचल को दिया कुछ नहीं बस छीनने का काम किया है। पहाड़ी प्रदेश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इसे विशेष राज्य का दर्जा श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार ने दिया था जिसे यूपीए सरकार ने वापस ले लिया था। लेकिन केंद्र में मोदी जी की सरकार जब आई तो विशेष राज्य का दर्ज़ा वापस देने का काम मोदी जी ने कर दिया। इस दर्जे के साथ प्रदेश में होने वाले विकासात्मक कार्यो के लिए 10 प्रतिशत का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी तथा 90 प्रतिशत खर्च का वहन केंद्र सरकार करेगी”

आगे बोलते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “ ये सरकार ना जनभावनाओं पर ना ही अपने वादों पर खरी उतर पाई, और तो और कांग्रेस सरकार कार्यप्रणाली से आज हिमाचल की चारों ओर जगहंसाई हो रही है। हिमाचल में कांग्रेस की वसूली सरकार द्वारा शौचालय पर टैक्स लगाना इनकी अपरिपक्वता को दिखाता है और साथ ही ये भी ज़ाहिर होता है कि कांग्रेस के नेता धरालत से कितना कट चुके हैं।

 

कांग्रेस के राज में हिमाचल देश का इकलौता राज्य बन गया, जहां शौचालय की सीट पर भी टैक्स लग गया। एक तरफ़ मोदी जी ने देश भर में 12 करोड़ शौचालय बनवा दिए तो वहीं दूसरी तरफ़ कांग्रेस ने शौचालय पर टैक्स लगा कर कमाई करने में जुटी है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी स्वच्छता को जन आंदोलन बना रहे हैं और यहां कांग्रेस लोगों से शौचालय के लिए कर वसूल रही है। कांग्रेस मोदी विरोध में स्वच्छता विरोधी भी बन गई है। कांग्रेस ने न तो लोगों के कल्याण के लिए काम किया है और न ही करेगी। उसे केवल सत्ता हासिल करने और उसका आनंद लेने तथा गांधी परिवार को बढ़ावा देने की चिंता है क्योंकि यही उनका कोर एजेंडा है”

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “कांग्रेस राज में हिमाचल की हालत तो ये हो गई है कि आज मुफ़्त बिजली का वादा करके उसपे सेस, मुफ़्त पानी का वादा करके उसपे चार्ज और अब टॉयलेट की सीट पर टैक्स लगाकर वसूली सरकार ने हिमाचल की जनता को छलने का काम किया है। 2 साल पहले कांग्रेस ने विधानसभा चुनावों के समय प्रदेश की जनता से झूठे वादे और झूठी गारंटियाँ देकर सरकार बनाई थी।

 

हिमाचल की माताएं बहनें अभी भी अपने ₹1500 प्रति महीने का इंतजार कर रही हैं। हिमाचल के किसान अभी तक दो रुपए प्रति किलो गोबर और ₹100 प्रति लीटर दूध खरीदे जाने का इंतजार कर रहे हैं। हिमाचल के युवा अपनी 5 लाख नौकरियां का इंतजार कर रहे हैं। हिमाचल के परिवार 300 यूनिट फ्री बिजली का इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश का ये इंतज़ार तो ख़त्म नहीं हुआ उल्टा इन्होंने प्रदेश को भारी भरकम कर्ज के बोझ तले दबा दिया है।

 

हिमाचल में कांग्रेस सरकार आर्थिक कुप्रबंधन के चलते आज प्रदेश 96 हज़ार करोड़ के कर्ज़े में डूब गया है और यही हालात रहे तो इस साल के अंत तक यह एक लाख करोड़ पहुँच जायेगा। कांग्रेस सरकार ने 1.5 वर्ष में प्रदेश का बँटाधार कर दिया है। प्रदेश पर महंगाई का बोझ, इंडस्ट्री के साथ बेरुख़ी, कर्मचारियों को सैलरी-पेंशन के लिए तरसाना दिखाता है कि कांग्रेस से सरकार चलाई नहीं जा रही। कांग्रेस का हाथ प्रदेश की जनता के गिरेबान पर है।

 

बिजली के दाम इन्होंने आते ही दो बार बढ़ा दिए, पर्यावरण और दूध का सेस लगा दिया, उद्योगों पर भी सेस बढ़ाया गया है जिस से राज्य में उद्योग पलायन कर रहे हैं। कांग्रेस ने चुनावों से पहले बड़े बड़े वादे किए मगर चुनाव के बाद वादे पूरे करना तो दूर प्रदेश की माली हालत इतनी ख़राब कर दी कि यहाँ वेतन और पेंशन के लाले पड़ गये हैं”