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कम्युनिस्ट पार्टी का दो दिवसीय सम्मेलन रामपुर में सम्पन्न

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-    भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी जिला कमेटी शिमला का दो दिवसीय सम्मेलन रामपुर में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में सत्रह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। विजेंद्र मेहरा को जिला सचिव, देवकीनंद, जगत राम, फ़ालमा चौहान, कुलदीप डोगरा, अजय दुलटा, बालक राम, संदीप वर्मा, प्रेम चौहान, पूर्ण ठाकुर, अमित कुमार, विजय राजटा, सुखी राम, करतार सिंह, जयशिव ठाकुर, महेश वर्मा, अनिल ठाकुर को जिला कमेटी सदस्य चुना गया। कॉमरेड राजीव चौहान, रणजीत ठाकुर, दिनीत देंटा, सन्नी सिकटा व कमल शर्मा को जिला कमेटी में आमंत्रित सदस्य चुना गया।

सम्मेलन का उद्घाटन पार्टी राज्य सचिव डॉ ओंकार शाद ने किया। सम्मेलन का समापन पार्टी राज्य सचिवमंडल सदस्य श्री राकेश सिंघा ने किया। सम्मेलन को राज्य सचिवमंडल सदस्य संजय चौहान, जिला सचिव विजेंद्र मेहरा, जगत राम, फालमा चौहान, देवकीनंद व कुलदीप डोगरा ने संबोधित किया।

वक्ताओं ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2014 से जब से केंद्र में भाजपा सरकार सत्ता में आई है तब से इस सरकार ने मेहनतकश जनता के अधिकारों को छीनने का ही काम किया है। किसानों व आम जनता को मिलने वाली सब्सिडी को खत्म किया गया है। पिछले सौ वर्षों में मजदूरों के हक में जो चौबालीस श्रम कानून बने थे, उन कानूनों को खत्म करके मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं मे बदल दिया गया है। केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों के कारण देश में भयंकर बेरोजगारी बढ़ी है। किसानों की आत्महत्याएं बढ़ी हैं। कृषि संकट गहरा हुआ है। मजदूरों, किसानों, महिलाओं, छात्रों, नौजवानों, दलितों, आदिवासियों व अल्पसंख्यकों पर शोषण व अत्याचार बढ़ा है। देश में गरीबों की लूट व अमीरों को छूट की नीति को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने कॉरपोरेट सांप्रदायिक गठजोड़ की नीति को आगे बढ़ाया है।

आरएसएस व भाजपा ने पिछले दस वर्षों में संविधान के मूल ढांचे को नष्ट करने की हर संभव कोशिश की है। मोदी सरकार की नीतियों के कारण देश में अमीरी गरीबी में खाई गहरी हुई है। एक ओर दुनिया में सबसे तेजी से सबसे ज्यादा नए खरबपति भारत में पनपे हैं और दूसरी ओर देश में गरीबी व भुखमरी तेजी से बढ़ी है। ग्लोबल हंगर इंडेक्स व मानव सूचकांक में भारत की स्थिति दुनिया में दयनीय हुई है। देश में कर्मचारियों व मजदूरों के अधिकारों पर भारी कुठाराघात हुआ है। किसानों की स्थिति बिगड़ी है। स्थाई रोजगार की जगह कच्चे रोजगार ने ले ली है। मोदी सरकार की नीतियों से देश में मंहगाई, बेरोजगारी व आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कॉंग्रेस सरकार भी प्रदेश में मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों को ही लागू कर रही है व आम जनता पर आर्थिक बोझ डाल रही है। प्रदेश में जिस तरह से स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू किया जा रहा है उस से आम जनता पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। प्रदेश में युवाओं की रोजगार परीक्षाओं के नतीजे घोषित नहीं किए जा रहे हैं। शिमला में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने के कार्य को आरएसएस व भाजपा से संबंधित कुछ सनातनी संगठनों ने अमलीजामा पहनाया परंतु इस पूरे घटनाक्रम में कांग्रेस पार्टी के नेता भी बेनकाब हुए हैं। इस घटनाक्रम से इन दोनों पार्टियों का जनता में पर्दाफाश हुआ है व जनता के समक्ष केवल सीपीआईएम ही अब एकमात्र विकल्प है।