बिरसा मुंडा के नारों से गूंजा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भगवान बिरसा मुंडा के अद्वितीय योगदान और उनके जीवन मूल्यों को समाज के समक्ष प्रस्तुत करना था।

 

इस संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, प्राध्यापकों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डायरेक्टर ऑफ ट्राइबल स्ट्डीज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय चंद्र मोहन परशिरा उपस्थित रहें , जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व में रहे अभाविप के पूर्व के इकाई सचिव इंदर नेगी उपस्थित रहे।

मुख्य अतिथि डॉ. चंद्र मोहन परशिरा ने भगवान बिरसा मुंडा के संघर्षमय जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा, “भगवान बिरसा मुंडा ने अपने जीवन को समाज की सेवा और आदिवासी समाज के अधिकारों के लिए समर्पित कर दिया। उनके नेतृत्व में हुए उलगुलान आंदोलन ने अंग्रेजों के शोषणकारी नीतियों के खिलाफ आदिवासी समाज को एक नई दिशा दी।”

कार्यक्रम के दौरान कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इंदर नेगी ने अपने संबोधन में कहा, “भगवान बिरसा मुंडा युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। हमें उनके आदर्शों पर चलकर समाज के वंचित वर्गों के उत्थान के लिए काम करना चाहिए।”

संगोष्ठी के अंत में सभी उपस्थितजनों ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से यह संकल्प लिया गया कि भगवान बिरसा मुंडा के विचारों को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाने के लिए ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे।