हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) में मंगलवार को ‘नशीली दवाओं के दुरुपयोग और तनाव प्रबंधन’ पर एक कार्यशाला आयोजित की गई, जिसमें एसपी भगत सिंह ठाकुर ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाना, नशे की समस्या के उन्मूलन में युवाओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना और युवावस्था में तनाव प्रबंधन के प्रभावी तरीकों की जानकारी देना था।
कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए एसपी भगत सिंह ठाकुर ने कहा कि युवा पीढ़ी बड़ी तेजी से नशे के जाल में फंसती जा रही है। इसको रोकने के लिए समाज में जागरुकता और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि नशे के उन्मूलन के लिए प्रत्येक नागरिक को आगे आना होगा। एसपी ने बताया कि नशे के खात्मे के लिए जिला पुलिस ने एक विशेष अभियान आरंभ किया है। इसमें समाज के सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।
इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के डॉ. अजय अत्री ने नशे के दुष्प्रभावों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि भांग, अफीम, गांजा और अन्य नशीले पदार्थों के सेवन से हमारे शरीर पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
डॉ. अजय अत्री ने बताया कि नशीले पदार्थों के दुरुपयोग से सिर्फ शारीरिक और मानसिक ही नहीं, बल्कि आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से भी कई दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं। उन्होंने कहा कि नशे के आदी लोगों के उपचार के लिए पुनर्वास केंद्रों की स्थापना की गई है। अगर कोई व्यक्ति किन्हीं कारणों से नशे की चपेट में आ जाता है तो तुरंत उसके उपचार एवं पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए।
इस अवसर पर संस्थान के विभागाध्यक्ष पुनीत बंटा ने भी प्रशिक्षुओं का मार्गदर्शन किया और उन्हें नशे से दूर रहने का संदेश दिया। प्रशिक्षुओं को तनाव से मुक्त रहने के लिए योग, ध्यान और स्वस्थ जीवन शैली के महत्व से भी अवगत करवाया गया। उन्हें नशामुक्त समाज के निर्माण में योगदान देने की शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम में संस्थान के लगभग 250 विद्यार्थियों और स्टाफ के लगभग 60 सदस्यों ने भी भाग लिया।