स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट स्कीम मे हिमाचल जैसे विश्व विख्यात पर्यटक प्रदेश को वंचित रखना दुर्भाग्यपूर्ण – बट्ट

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-  केंद्र सरकार द्वारा जारी स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट स्कीम मे 23 राज्यों के लिए 3296 करोड़ की राशि जारी की गई लेकिन हिमाचल जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटक राज्य को उसमे शामिल ना करना दुर्भाग्यपूर्ण, NSUI के पूर्व महासचिव यासीन बट्ट ने कहा की जहाँ एक तरफ प्रदेश सरकार,प्रदेश मे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रयत्नशील है प्रदेश मे कांगड़ा को पर्यटन राजधानी बनाया गया, प्रदेश मे बौद्ध पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटक सर्किट बनाए जा रहे, कई नई रेक्रिएशनल गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा, माननीय मुख्यमंत्री के नेतृत्व मे पर्यटन को नए पंख लगाए जा रहे,Wildflower हॉल की लड़ाई को भी प्रदेश सरकार ने सकुशलता से जीता है यह प्रदेश सरकार की पर्यटन के क्षेत्र मे सकुशलता को दर्शाता है,Eco-पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, Rural पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए,पर्यटन के क्षेत्र मे अछूत स्थानों को जोड़ने के लिए ठाकुर सुखविंदर सुक्खू जी की सरकार प्रयात्नशील है, प्रदेश मे lake पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गोबिंद सागर झील में क्रूज शेप्ड मोटरबोट के बाद अब शिकारा को भी उतारना राज्य मे पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा मे कदम है,वही विश्व प्रसिद्ध पर्यटन प्रदेश के साथ भाजपा की केंद्र सरकार भेदभाव कर रही है वही जो तथाकथित प्रदेश प्रेमी भाजपा नेता पुरे देश मे झूठी खबरे फैला कर प्रदेश का नाम बदनाम कर रहे है उनकी ऐसे विषयों संवेदनशील विषयों पर चुप्पी पर भी सवालीया निशान है ना केंद्र सरकार ने आपदा मे हिमाचल की मदद की,अब इस प्रकार के प्रोजेक्ट्स से प्रदेश को दूर रख प्रदेश की आर्थिकी पर प्रहार किया जा रहा है जिसे प्रदेश के लोग बर्दाश नहीं करेंगे