सर्दियों मे रखने वाली जरूरी साबधनियाँ बरतने की जानकारी दी: डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा

हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :- हमीरपुर मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा ने आज सर्दियों मे रखने वाली जरूरी साबधनियाँ बरतने की जानकारी दी।

 

बढ़ती ठंड सेहत पर काफी असर डालती हैं, ऐसे में जरूरी है, सेहत पर खास ध्यान दिया जाएं, क्योंकि बदलते मौसम का असर सीधा सेहत पर पड़ता है। बढ़ती सर्दी सर्दी-जुकाम या बुखार के रूप में खतरनाक हमला करती है।

डॉ डोगरा ने कहा इस मौसम में स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। तो ऐसे में आइए जानते हैं बेहतर स्वास्थ्य के लिए सावधानियां ।

 

डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा ने बताया के जितनी ज्यादा बार संभव हो अपने हाथ धोएं ताकि कीटाणु पैर न पसार सकें। यही कीटाणु मौसम की बीमारियों को जन्म देकर तीव्रता से फैलाते हैं, तो हाथों से ही ज्यादा फैलते हैं।

अत्यध‍िक तनाव लेने से बचें, क्योंकि यह आपके शरीर की बीमारियों और संक्रमण से लड़ने की क्षमता है उसमें बाधा उत्पन्न करता है।

 

रोजाना करीब आधा घंटा व्यायाम जरूर करें। इससे शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता मजबूत होगी और शरीर में गर्मी बनी रहेगी। जब कभी आप सर्दी, जुकाम या बुखार से पीड़ि‍त हों, तो ज्यादा से ज्यादा आराम करने की कोशि‍श करें। इसके साथ ही तरह पदार्थों का सेवन अधि‍क से अधि‍क करें।

 

सर्दी और फ्लू वायरस की वजह से होते हैं, इसलिए इनमें एंटीबायटिक मदद नहीं करतीं। इस दौरान जरूरत से ज्यादा कसरत न करें।अमूमन सर्दी या फ्लू होने से पहले गला खराब हो जाता है। ऐसे में चाय, कॉफी या गुनगुना नींबू पानी व शहद का सेवन करने से आराम मिलता है।

हर आधा घंटे में नमक डालकर गुनगुने पानी से गरारे करने से दर्द और बेचैनी से राहत मिलती है। साथ ही गले की खराश और सर्दी की अन्य समस्याओं में आराम मिलता है।

 

डॉ डोगरा ने सभी जन मानस से अपील की और बताया कि मौसम में सर्दी लगातार बढ़ रही है। दिन के समय हवा चलने से पारा लगातार गिर रहा है। ऐसे में हाइपरटेंशन के मरीजों को चिकित्सक अपनी सेहत को लेकर लापरवाही न बरतने की हिदायत दे रहे हैं। खासकर जो लोग दिल, बीपी और शुगर के पहले से ही मरीज हैं, उनकी परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है।

 

सर्दी के मौसम में ब्लड सर्कुलेशन की समस्या पैदा होने से हार्ट अटैक का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी है कि मौसम में गिरते तापमान के साथ मरीज जरूरी एहतियात के साथ एक्सपर्ट की बताई सलाह पर अमल करें।

 

इस दौरान बरती गई जरा सी भी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। जिला अस्पताल से ऐसे मरीज सीधे ट्रॉमा सेंटर रेफर किए जा रहे हैं। सर्दी के मौसम में विशेषकर रात के वक्त ब्लड-प्रेशर में उतार-चढ़ाव के बाद तुरंत सावधान होने में ही समझदारी है।