हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :- जाहिर सी बात है कि एक स्वस्थ राजनीति में विपक्ष का काम सता पक्ष को घेरने का होता है, सरकार के काम में मीन मेख निकालना, विपक्ष का दायित्व भी है, लेकिन ऐसा क्या हो गया है कि जब से कांग्रेस सरकार ने बिलासपुर में अपना दो साल का जश्न मनाने की घोषणा की है तब से लेकर अब तक भाजपा के खेमे में जबरदस्त बौखलाहट मची है। भाजपा संगठन का हर स्तर का नेता अपने आकाओं के ईशारे पर आए दिन अनाप शनाप बयान देकर हंसी का पात्र बन रहे हैं।
11 दिसंबर के कार्यक्रम को लेकर भाजपा के खेमों में बौखलाहट
जबकि कांग्रेस सरकार सत्य की राह पर चलते हुए जनता में जाकर अपने उत्सव को मनाने के लिए प्रगतिशील है। यह बात कांग्रेस के पूर्व प्रदेश मीडिया कोऑर्डिनेटर संदीप सांख्यान ने प्रैस को जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि नैतिकता की दुहाई देने वाले भाजपाईयों को यह कदापि नहीं भूलना चाहिए कि भ्रष्टाचार और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, घोटालों की शहंशाह रही भाजपा कोरोना काल में जब लोग जान जाने के भय से भयभीत थे तो भाजपा के ही प्रदेशाध्यक्ष नोट कमाने में चक्कर में पार्टी की किरकिरी करवा चुके हैं।
भाजपा के खेमों में जबरदस्त बौखलाहट
अब कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के लिए पानी की तरह पैसा बहाने वाले भाजपाईयों का आपरेशन लोटस धरातल पर औंधे मुहँ गिरा है। इसमें प्रयोग की गई अंकूत संपति भाजपा कहां से लाई यह भी स्पष्ट होना चाहिए। संदीप सांख्यान ने कहा कि कांग्रेस सरकार के द्विवार्षिक समारोह की तल्खी से भाजपा खुद ब खुद अपने अंदर ही घिरती जा रही है। उन्होंने कहा कि आए दिन भाजपा नेताओं के द्वारा प्रदेश सरकार के द्विवार्षिक समारोह में की जा रही टिप्पणियों से साफ प्रतीत हो रहा है कि भाजपा के पास बोलने के लिए कुछ नहीं है ये सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं पर सवाल दागते हुए कहा कि पूर्व की भाजपा सरकार में 37000 हजार करोड़ का लोन लेकर कहां रखा, प्रदेश में ऑपरेशन लोट्स करके भी भाजपा को तसल्ली नहीं हुई और उप चुनावों में भी भाजपा को मिली करारी शिकस्त यही बताती है कि भाजपा और उसके कार्यकर्तओं को मनोबल इस कदर टूट गया है कि वह अपने संगठनात्मक प्रक्रिया में गुटबाजी में बंध गए हैं। संदीप सांख्यान ने कहा कि सुशासन देने में ईमानदारी से अहम भूमिका निभा रही सुक्खू सरकार में पिछले दो सालों में एक भी भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया है। समाज के हर वर्ग का पारदर्शिता से विकास हो रहा है। भाजपा द्वारा की जा रही रैली केवल उनके आकाओं द्वारा दिया गया होमवर्क है, जबकि सच्चाई यह है कि अंतर्कलह से जूझ रही भाजपा मुद्दाविहीन हो चुकी है। जबकि कांग्रेस का यह उत्सव कई मायनों में जिला ही नहीं बल्कि प्रदेश के लिए स्वर्णिम उत्सव साबित होगा तथा इसकी गूंज का दिल्ली तक पहुंचना स्वाभाविक है तथा यह छटपटाहट वहीं से रिवर्स हो रही है।