हिम-आंचल पेंशनर्ज़ संघ के प्रदेशाध्यक्ष योगराज शर्मा, सरकार के प्रति व्यापक रोष बढ़ता जा रहा

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   हिम-आंचल पेंशनर्ज़ संघ के प्रदेशाध्यक्ष योगराज शर्मा, महासचिव हरनाम सिंह ठाकुर व वित्त सचिव ओम राज कंवर द्वारा जारी संयुक्त वक्तव्य मेंbil पेंशनरों की लम्बित आर्थिक मांगों विशेषतया पेंशनरों की पेंशन संशोधन पर जनवरी, 2016 से देय संशोधित ग्रैच्युटी, लीब-एनकैशमैंट, कम्युटेशन की वकाया राशि, महंगाई भत्ता की जारी दो किस्तों का एरियर, पेंशनरों के लम्बित चिकित्सा बिलों का वर्षों से भुगतान न हो पाने पर पेंशनरों में सरकार के प्रति व्यापक रोष बढ़ता जा रहा है।

यहां तक कि चिकित्सा बिलों का भुगतान सुनिश्चित करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी की दिनांक 11 अक्टूबर, 2024 को शिमला में की गई घोषणा के वावजूद विभागों को पर्याप्त वज़ट न मिलने से चिकित्सा बिलों का भुगतान यथावत लम्बित पड़ा है। सर्वविदित है कि आयु बढ़ौतरी के साथ अधिकांश पेंशनर्ज़ किसी न किसी गम्भीर विमारी की जक्कड़ में हैं और उन्हें  अपने उपचार पर जेब से निरन्तर भारी ख़र्चा उठाना पड़ रहा है।

एक तरफ सरकार के पास पेंशनरों का लाखों का एरियर फंसा पड़ा है, दूसरे इलाज पर जेब से खर्च राशि भी नहीं मिल पा रही है जिसके लिए प्रदेशभर के सदस्यों का संघ पदाधिकारियों पर भी निष्क्रियता का निरन्तर दबाव बढ़ता जा रहा है।

          पेंशनरों की लम्बित मांगों को पूरा करवाने हेतु संघ द्वारा 15 अक्टूबर हमीरपुर ज़िला मुख्यालय में रोष रैली रखी गई थी जिसे माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा पेंशनरों को कुछ आर्थिक लाभ देने के कारण स्थगित किया गया था, परन्तु पेंशनरों का ग्रैच्युटी, लीब-एनकैशमैंट , कम्युटेशन, महंगाई भत्ता की दो किस्तों का एरियर, चिकित्सा बिलों का लाखों रुपए का भुगतान न मिल पाने पर पेंशनर्ज़ अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं।

अतः संघ सरकार से पेंशनरों के सभी लम्बित देय वित्तीय लाभ जारी करने की मांग करता है। संघ पर सदस्यों का दबाव है कि संघ 17दश दिसम्बर को पेंशनर दिवस पर प्रदेश इकाई की आम बैठक में सरकार की पेंशनरों के प्रति उपेक्षा के मद्देनजर कठोर निर्णय लिया जाए, ऐसी स्थिति मे सरकार स्वयं उत्तरदाई होगी।