जिला स्तरीय समिति ने की एससी-एसटी से अत्याचार के मामलों की समीक्षा

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं प्रबोधन समिति की त्रैमासिक बैठक मंगलवार को उपायुक्त अमरजीत सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

इस अवसर पर जिला में उक्त अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की ताजा स्थिति और इनसे संबंधित मुद्दों पर समिति के सरकारी और गैर सरकारी सदस्यों ने व्यापक चर्चा की।

 

उपायुक्त ने उन्होंने पुलिस और अभियोजन विभाग के अधिकारियों से इन सभी मामलों की ताजा स्थिति की जानकारी ली और कहा कि इन मामलों की जांच एवं अभियोजन प्रक्रिया में अनावश्यक देरी नहीं होनी चाहिए तथा सभी लंबित मामलों का नियमित रूप से फॉलोअप किया जाना चाहिए।
अमरजीत सिंह ने कहा कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में कड़े प्रावधान किए गए हैं। इसलिए, इन मामलों में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन मामलों में पीड़ितों के लिए राहत राशि का भी प्रावधान है। उपायुक्त ने कहा कि जिला में इस अधिनियम के तहत दर्ज मामलों के पीड़ितों को राहत राशि निर्धारित समय अवधि में प्रदान की जानी चाहिए।
इस अवसर पर समिति के गैर सरकारी सदस्यों ने भी विभिन्न मामलों पर अपनी राय रखी। समिति के सदस्य सचिव एवं कार्यकारी जिला कल्याण अधिकारी बलदेव सिंह चंदेल ने विभिन्न मामलों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
बैठक में एडीएम राहुल चौहान, एएसपी राजेश कुमार और रेणु शर्मा, जिला न्यायवादी संदीप अग्निहोत्री, डीएसपी नितिन चौहान, प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक अशोक कुमार, जिला सांख्यिकीय अधिकारी अशोक कुमार, समिति के अन्य सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य भी उपस्थित थे।