हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन प्रधान डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा ने किशोर स्वास्थ्यदिवस,Govt.sr.sec.school जन्दडू में मनाया गया डॉ डोगरा ने इस उपलक्ष पर कहा किशोरावस्था की आयु में बच्चों का अभिभावकों द्वारा समुचित शिक्षण एवं मार्गदर्शन आवश्यक है, क्योंकि शक्तियों के संचय और संग्रह की यही आयु है।
इस समय यदि वे चूक गये तो उस चूक का प्रभाव सम्पूर्ण जीवन पर पड़ता है। किशोरावस्था की लापरवाही का परिणाम जीवन भर भोगना होता है। अतः शरीर, मन और बुद्धि सम्बन्धी सभी आवश्यक जानकारियाँ उन्हें इस आयु में समझा देनी चाहिए। आहार- विहार की नियमितता तथा स्वास्थ्य संवर्द्धन के नियम उन्हें बताये जाने चाहिए।
स्वास्थ्य दिवस के तेहत् किशोरावस्था, शारीरिक और मानसिक बदलावों का समय होता है. इस दौरान किशोरों को कई तरह के स्वास्थ्य जोखिमों का सामना करना पड़ता है. किशोर स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों और ज़रूरतों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के तहत कई तरह के काम किए जाते हैं: डॉ डोगरा ने किशोरों के बीच पोषण, यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, मानसिक स्वास्थ्य, चोट और हिंसा, मादक द्रव्यों के दुरुपयोग, और गैर-संचारी रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाना.किशोरों की स्वास्थ्य आवश्यकताओं के बारे में माता-पिता और अन्य प्रमुख हितधारकों की जागरूकता बढ़ाना. l
ग्रामीण किशोरियों को किफ़ायती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराना.
किशोरावस्था में होने वाले कुछ शारीरिक और मानसिक बदलाव: वज़न बढ़नाl उपप्राधनाचार्य रणजीत सिंह और स्कूल स्टाफ ने स्वास्थ्य विभाग की टीम का आभार व्यक्त किया,इस दौरान 5 विधार्थियों ने भाषण पर्तियोगीता में भाग लिया जिसमें प्रथम स्थान कृतिका 10th क्लास, द्वितीय प्रियंका 12th कक्षा तृतीय साक्षी 9th कक्षा ने प्राप्त किया l