50 प्रतिशत टीबी रोगियों में कोई लक्षण नहीं दिखाई देते: डॉ. सुरेंद्र सिंह डोगरा 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश संयुक्त कर्मचारी महासंघ के वाइस प्रेसिडेंट डॉ. सुरेंद्र सिंह डोगरा ने बताया कि 7 दिसंबर, 2024 को शुरू किया गया ‘100 दिवसीय टीबी मुक्त भारतÓ अभियान 24 मार्च, 2025 को समाप्त होगा। उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह सबसे कमजोर आबादी की पहचान करने और उसका इलाज करने पर केंद्रित है।

 

हमीरपुर मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. डोगरा ने बताया कि अभियान की जागरूकता पहलों में रैलियां, सार्वजनिक शपथ और स्थानीय प्रतिनिधियों, स्वयं सहायता समूहों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, एनसीसी, एनएसएस, रेड रिबन क्लब और टीबी से बचे लोगों द्वारा आयोजित चर्चाएं शामिल हैं। संदेश को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया प्रभावितों और गैर सरकारी संगठनों को भी शामिल किया जा रहा है।

 

आशा कार्यकर्ताओं को जिले भर में व्यक्तियों की जांच करने का काम सौंपा गया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि बिना लक्षण वाले उच्च जोखिम वाले व्यक्ति भी अनिवार्य एक्स-रे जांच से गुजरें। यह दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है क्योंकि राष्ट्रीय टीबी सर्वेक्षण (2019-2021) से पता चला है कि भारत में लगभग 50 प्रतिशत टीबी रोगियों में कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए और उनका निदान केवल एक्स-रे परीक्षणों के माध्यम से किया गया।

 

 

डॉ. सुरेंद्र सिंह डोगरा ने बताया कि एनटीईपी के तहत भारत में टीबी के मामलों में कमी लाने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। यहां टीबी के मामलों की दर में वर्ष 2015 में प्रति 1,00,000 की आबादी पर 237 मामलों की तुलना में वर्ष 2023 में प्रति 1,00,000 की आबादी पर 195 मामलों के साथ 17.7 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। इसी तरह, टीबी से संबंधित मौतों में वर्ष 2015 में प्रति लाख की आबादी पर 28 मौतों से 2023 में प्रति लाख की आबादी पर 22 मौतों के साथ 21.4 प्रतिशत तक की कमी आई है।