
हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन के अध्यक्ष डाॅ.सुरेंद्र सिंह डोगरा व जिला हमीरपुर के संयुक्त कर्मचारी महासंघ ने आज लोगों World Anti Leprosy Day पे लोगों से जानकारी सांझा की और जागरूक किया और कहा कुष्ठ रोग को हैनसेन रोग भी कहा जाता है. यह एक दीर्घकालिक संक्रामक बीमारी है. यह माइकोबैक्टीरियम लेप्री नाम के जीवाणु से होती है. यह बीमारी त्वचा, परिधीय तंत्रिकाओं, ऊपरी श्वसन पथ, और आंखों को प्रभावित करती है।

कुष्ठ रोग के लक्षण:

त्वचा पर धब्बे होना
त्वचा पर असंवेदक धब्बे होना
हाथ-पैरों में मुड़ने में दिक्कत होना
त्वचा का गलना
आंखों में लगातार पानी आना
शरीर के कुछ हिस्सों में गर्म-ठंडे का अहसास न होना
शरीर में सुन्नता बढ़ना
कुष्ठ रोग के बारे में ज़रूरी बातें:
कुष्ठ रोग कोढ़ भी कहा जाता है.
यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलती है.
यह बीमारी अत्यधिक संक्रामक नहीं है.समय पर इलाज कराने से दीर्घकालिक विकलांगता को रोका जा सकता है.कुष्ठ रोग को एंटीबायोटिक दवाओं से इलाज किया जा सकता है।
