केन्द्रीय बजट सहयोगी क्षेत्रीय दलों को चुनावों में फायदा पहुंचाने के चक्कर में बाकी प्रदेशों से अन्यायपूर्ण: डॉक्टर पुष्पेंद्र 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- केंद्रीय बजट में हिमाचल प्रदेश के लिए एक भी पाइ किसी भी मद में न देकर एक बार फिर से साबित कर.दिया है कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश से सौतेला व्यवहार कर रही है ।केंद्रीय बजट को देखा जाए तो उसमें जिस तरह से उन राज्यों का जिक्र किया गया है।

 

जिनमें चुनाव होने जा रहे हैं तो इसमें स्पष्ट एनडीए सरकार की विवशता दिखाई दे रही है क्योंकि अपने सहयोगी क्षेत्रीय दलों को खुश करने की इस कवायद में भारतवर्ष के अन्य राज्यों की उपेक्षा की गई है। हिमाचल वासियों को बहुत उम्मीद थी के कई वर्षों से हिमाचल प्रदेश के अंदर रेलवे के प्रोजेक्ट अटके पड़े हैं उनका केंद्र सरकार अपने बजट में डालकर पूरा करेगी।

 

इसी तरह हिमाचल प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कोई विशेष योजना बजट में देगी क्योंकि 2 साल पहले आई आपदा में आधारभूत संरचना का नुकसान हुआ था जिसको केंद्रीय समितियां ने 12000 करोड रुपए आंका था।

 

उम्मीद थी के केंद्र सरकार इस मद में हिमाचल प्रदेश की विशेषतया मदद करेगी । लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ । हां वर्किंग क्लास को खुश करने के लिए इनकम टैक्स में छूट देना एक मात्र सराहनीय कदम है।