नेशनल क्वालिटी असुरान्स स्टैंडर्ड प्रोग्राम के तहत हो रहा चम्बा जिले में निरीक्षण : डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- नेशनल क्वालिटी असुरान्स स्टैंडर्ड प्रोग्राम के तहत हो रहा चम्बा जिले में निरीक्षण प्रोग्राम के तहत, अस्पतालों का मूल्यांकन करने के लिए आज डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा हमीरपुर मेडिकल संघ के अध्यक्ष व मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज जंगल बेरी, अस्पतालों का मूल्यांकन करने के लिए मानक तय किए गए हैं।

इन मानकों के आधार पर, स्वास्थ्य विभाग की टीम अस्पतालों का सर्वे करती है और बेहतर प्रदर्शन करने वाले अस्पतालों को पुरस्कृत करती है.योजना के तहत अस्पतालों के मूल्यांकन में शामिल कुछ प्रमुख मानक ये रहे।

अस्पताल में साफ़-सफ़ाई का इंतज़ाम बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट रजिस्ट्रेशन काउंटर हॉस्पिटल इंफ़ेक्शन प्रिवेंशन मैनेजमेंट रिकॉर्ड कीपिंग,मेडिसिन डिस्ट्रीब्यूशन मरीज़ और स्टाफ़ के बीच परस्पर व्यवहार,सपोर्ट सर्विस , योजना के तहत अस्पतालों को बेहतर बनाने के लिए, राज्य में 75% हिस्सा अस्पताल में सुविधाओं को बढ़ाने पर खर्च किया जाता है।

और बाकी 25% हिस्सा अस्पताल के कर्मचारियों के उत्साह बढ़ाने पर खर्च किया जाता है प्रोग्राम के तहत, अस्पतालों का मूल्यांकन करने के लिए आज राज्य स्तरीय नेशनल क्वालिटी असुरान्स स्टैंडर्ड प्रोग्राम के प्रेवर्शक डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा हमीरपुर मेडिकल संघ के अध्यक्ष व मेडिकल ऑफिसर इंचार्ज जंगल बेरी, डॉ दुष्यन्त कुमार मेडिकल ऑफिसर,डॉ सुरेश कुमार NQAS प्रोग्राम ऑफिसर चंबा,सह सयोन्जक के साथ चम्बा जिला के अंतर्गत उप स्वास्थय केंद्र थुलेल् ब्लॉक समोट और उप स्वास्थ्य केंद्र मलाल ब्लॉक कीहार एट सलूनी में निरीक्षण किया।

 

गुणवत्ताओं के आधार पर हर जिले में टीमें कर रही हैं निरीक्षण और उसके बाद नेशनल टीमें आकर करेंगी आगे का निरीक्षण ताकि सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बन सकें नेशनल क्वालीफाइड् इसी प्रोग्राम के तहत,हिमाचल प्रदेश कर्मचारी महासंघ के उपाध्यक्ष डॉ सुरेंद्र सिंह डोगरा ने बताया ये नेशनल हेल्थ मिशन के तेहत् प्रोग्राम है जिसमें पहले कायाकल्प प्रोग्राम है फिर उस से उपर ये प्रोग्राम आया जिसका नाम ही क्वालिटी यानी गुणवत्ता से समन्ध रखता है।

कहने का अर्थ है छोटे उप केंद्रो से लेकर बड़े हॉस्पिटल तक मरीजों के अधिकारों और फैसिलिटी की गुणवत्ता को बढाना है ताकि देश और प्रदेश मे उच्च कोटि की स्वास्थ्य सुबिधाएँ दी जा सकें और सभी स्वस्थ रहे।

नेशनल क्वालिटी ऐश्योरेंस स्टैंडर्ड्स. इसका मतलब है राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक. यह मानक, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा संचालित सभी द्वितीयक स्वास्थ्य सुविधाओं पर लागू होता है।

 

NQAS के तहत, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाती है. इसके लिए, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, अस्पतालों को एनक्यूएएस प्रमाण-पत्र देता है।

NQAS के तहत, इन तरह की स्वास्थ्य सुविधाओं पर मानक लागू होते हैं: ज़िला अस्पताल, उप-मंडल अस्पताल, तालुक अस्पताल, क्षेत्रीय अस्पताल, अन्य समकक्ष स्वास्थ्य सुविधाएं।

 

डॉ डोगरा ने कहा जीवन का पहला सुख निरोगी काया है और उसके लिए गुणवत्ता युक्त हॉस्पिटल और सुविधाओं का होना बहुत जरूरी है.डॉ डोगरा जिलाध्यक हमीरपुर और स्टेट NQAS प्रेवेषक डॉ दुष्यंत कुमार ने मेडिकल ऑफिसर मनोज ठाकुर सचिन शर्मा , डॉ सुरेश कुमार और टीम का उनके सहयोग के लिए आभार प्रकट किया l