एस.एफ.आई-एचपीयू ने छात्रावासों की मरम्मत में देरी को लेकर मुख्य छात्रपाल से मुलाकात की

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-  स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) एचपीयू ईकाई ने मुख्य छात्रपाल से मुलाकात की और उन्हें छात्रावासों की विभिन्न दिक्कतों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। यह मुलाकात मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के बॉय्ज़ होस्टल की मरम्मत में हुई देरी को लेकर प्रशासन के सुस्त रवैये के इर्द-गिर्द रही।

 

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 4 बॉयज हॉस्टल हैं जो कुल 567 छात्रों को आवास देने की सुविधा रखते हैं। गौरतलब है कि इन सभी हॉस्टलों में से श्रीखंड बॉयज हॉस्टल जो लगभग 72 छात्रों को आवास देने की सुविधा रखता है पिछले 6 महीनों से छात्रों द्वारा बरसात में महसूस की गई कंपन के चलते बंद पड़ा है।

 

हालांकि हॉस्टल का भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण करवाया जा चुका है लेकिन सर्वेक्षण की रिपोर्ट के आने में देरी के चलते इमारत की मरम्मत का कार्य अनिश्चित काल के लिए रोक दिया गया है। इस समस्या के चलते विश्विद्यालय की हॉस्टल सुविधा को काफी नुकसान पहुंचा है।

इसके अलावा एस एफ आई ने हॉस्टलों की मरम्मत मै आ रही दिक्कत को लेकर भी प्रशासन के सुस्त रवैए की आलोचना की। गौरतलब है कि पिछले साल की तरह इस साल भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने हॉस्टल की मरम्मत करवाने का बहाना देकर छात्रों को सर्दियों में बाहर निकलने की कोशिश करी थी लेकिन पिछले साल की तरह इस साल भी किसी भी तरीके की रेनोवेशन या मरम्मत हॉस्टलों में नहीं करी गई जिसके चलते आने वाले सत्र में जब यूनिवर्सिटी खुलेगी तो छात्रों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

मुख्य छात्रपाल ने हॉस्टल की मरम्मत में देरी की समस्या को अपनी अक्षमता जाहिर करते हुए बताया के उनके और उप कुलपति के बीच हॉस्टल समस्या को लेकर समझौता ज्ञापन हो चुका है लेकिन उप कुलपति की ओर से इसको लेकर कोई भी कदम नहीं लिया गया है जिसके चलते हॉस्टल मरम्मत का कार्य अभी तक लटका हुआ है।

एस एफ आई ने मुख्य छत्रपाल को चेतावनी दी कि इन छात्रावासों की मरम्मत में देरी के चलते कई छात्रों को दिक्कतें आएंगी और इस एफ आई अगले हफ्ते से शुरू होने वाले सत्र में एक बड़े आंदोलन का निर्माण करेगी जिसका जिम्मेदार विश्विद्यालय प्रशासन खुद होगा ।