

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- जब भी किसी जरूरतमंद को रक्त की जरूरत पड़ती है तो डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा पीछे नहीं रहते हैं! ऐसा ही एक मामला सोमवार शाम को डॉक्टर राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज व अस्पताल हमीरपुर में आया जब एक गर्भवती को प्रसव के दौरान रक्त की जरूरत पड़ी।


प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जंगल बेरी के इंचार्ज डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा दिनभर अपने कर्तव्य का निर्वाह करने के बाद जब घर जा रहे थे तभी उन्हें दूरभाष से पता चला कि हमीरपुर अस्पताल में जिला बिलासपुर के बरठी निवासी अंजलि को AB- रक्त की आवश्यकता है!


डॉक्टर डोगरा ने दिनभर काम की थकावट के बावजूद जनता के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वाह करते हुए शाम को हमीरपुर पहुंचकर रक्तदान किया; दुर्भाग्य से गर्भवती का बच्चा पेट में ही मर गया लेकिन समय पर रक्तदान करने से डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा ने एक जान बचा ली!



उल्लेखनीय है कि AB- रकत बहुत ही कम लोगों में पाया जाता है। इससे पहले भी डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा ने जरूरतमंद के लिए रक्तदान करके समाज सेवा की मिसाल पेश की है।
38वी रक्तदान करने के बाद डॉक्टर सुरेंद्र सिंह डोगरा ने कहा हर स्वस्थ व्यक्ति को 3 महीने के बाद रक्तदान करना चाहिए।




