

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- इस दो दिवसीय लोक संस्कृति मंच की कार्यशाला में प्रदेश के कई रंगकर्मी छात्रों ने भाग लिया। इस कार्यशाला के माध्यम से रंगकर्मी छात्र आने वाले समय में प्रदेश में बढ़ रही सामाजिक कुर्तियां के बारे में यहा चर्चा की गई और लोक संस्कृत मंच द्वारा इस कार्यालशाला में एक 15 सदस्य राज्यस्तरीय समिति का गठन भी किया गया।


जिसमें दीपक, मोहित , हेमलता, रणजीत,
वंश,जीतांशु ,आयुषी,नावेद,नेहा,पवन,कृतिका, वीनस, संयोजक सरिता राणा व सह संयोजक मुकेश और कुलदीप को चुना गया इस कार्यशाला से प्रदेश की जनता को इन कुर्तियां के खिलाफ नुकड़ नाटको के माध्य्म से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।


आज हिमाचल प्रदेश में युवाओं के बीच नशा सबसे बड़ी समस्या बनी चुकी है जिसमें प्रदेश का युवा आय दिन सिंथेटिक ड्रग्स का शिकार हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में नशे का व्यापार अपने पांव पसार रहा है जिसके कारण प्रदेश के युवा लगातार नशे की चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे है ।



लोक संस्कृति मंच ने इस समस्या के खिलाफ आंदोलन व जागरूकता अभियान छेड़ने का निर्णय लिया है। दो दिवसीय कार्यशाला से फैसला लिया गया कि शहर से लेकर गांव गांव तक लोक संस्कृति मंच के जरिए नुक्कड़ नाटक कर जागरूकता अभियान चलाएगी, लोक संस्कृति के रंगमंच के साथी स्कूलों कॉलेजों में जाकर छात्रों और युवाओं को नशे के बढ़ते प्रकोप से अवगत करवायगा ताकि प्रदेश में बढ़ते नशे पर रोक लगाई जा सके।


