


शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) एचपीयू ईकाई ने विश्वविद्यालय कुलसचिव से मुलाकात की और उन्हें विश्वविद्यालय में पिछले काफी लंबे समय से बसों की कमी की समस्या को लेकर उनको ज्ञापन सौंपा।

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पास छात्रों की परिवहन की सुविधा के लिए कुल 6 बसें थी। लेकिन तीन बसों की अवधि समाप्त होने के चलते अब विश्वविद्यालय के पास केवल तीन बसें बची हैं। लेकिन हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के परिवहन के लिए नई बसों को खरीदने के बजाए हिमाचल प्रदेश राज्य परिवहन निगम (HRTC) की दो बसों को किराए पर लेकर छात्रों की परिवहन की सुविधा को पूरी कर रहा है।



इन बसों में सामान्य क्षमता से ज्यादा छात्र परिवहन कर रहे हैं जिसके चलते सैकड़ो छात्रों को विश्वविद्यालय आने जाने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि इन दो बसों के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को हर महीने चार लाख रुपए देने पड़ रहे हैं। इस एफ आई पिछले लंबे समय से बसों की कमी को लेकर प्रशासन के समक्ष आवाज उठाती आई है।



पिछले साल भी इस एफ आई ने बसों की कमी को लेकर विश्वविद्यालय कुल सचिव को ज्ञापन सौंपा था जिसके जवाब में विश्वविद्यालय कुल सचिव ने यह आश्वासन दिया था की शीतकालीन अवकाश के दौरान विश्वविद्यालय में बसों की कमी को पूरा कर दिया जाएगा । लेकिन इसके बावजूद कोई भी नई बस विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों के लिए नहीं खरीदी गई। इस एफ आई ने कुल सचिव के सामने प्रशासन की बसों को खरीदने में सुस्ती की कड़ी आलोचना की।
इसके अलावा इस एफ आई ने कुलसचिव के समक्ष विश्वविद्यालय में 2019 और 2021 में विज्ञापित की गई गैर शिक्षक भर्ती को लेकर भी आवाज उठाई। गौरतलब है कि दो बार विज्ञापित होने के बावजूद भी अभी तक गैर शिक्षक पदों को नहीं भरा गया है जिसके चलते विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यालय में गैर शिक्षक स्टाफ काफी काम करना पड़ रहा है। बता दें कि दो बार विज्ञापित किए गए इन गैर शिक्षक पदों के लिए छात्रों से लगभग 4 करोड़ से ज्यादा पैसा लिया जा चुका है।
विश्विद्यालय कुलसचिव ने बसों की कमी की समस्या को अपनी अक्षमता बताते हुए इसे वित्त समिति की मंजूरी के ऊपर निर्भर बताया और ये आश्वासन दिया के गैर शिक्षक भर्ती को भी जल्द से जल्द करवाने की कोशिश करी जाएगी।


एस एफ आई ने चेतावनी दी कि अगर विश्वविद्यालय में बसों की कमी को और गैर शिक्षक भर्ती को जल्द से जल्द नहीं करवाया गया तो एस एफ आई छात्रों की इन दिक्कतों को लेकर उनको संगठित करेगी और एक बड़े आंदोलन का निर्माण करेगी। हरीश आंदोलन का जिम्मेदार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन खुद होगा।


