“चिट्टा” एक अभिशाप, युवाओं को कर रहा बर्बाद: डॉ. सुरिंदर सिंह डोगर

हिमाचल/विवेकानंद वशिष्ठ  :-   नशे की लत, विशेष रूप से चिट्टा, युवाओं के भविष्य को अंधकार में धकेल रही है। डॉ. सुरिंदर सिंह डोगरा ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि समाज ने एकजुट होकर इस समस्या के खिलाफ आवाज़ नहीं उठाई, तो आने वाली पीढ़ियां भी इसकी चपेट में आ जाएंगी।
उन्होंने कहा कि नशे के खिलाफ हर व्यक्ति को जागरूक होना होगा और प्रशासन के साथ मिलकर इसे जड़ से खत्म करने के प्रयास करने होंगे। नशे के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि युवा सुरक्षित और स्वस्थ जीवन जी सकें।
डॉ. डोगरा ने कहा कि सरकार और पुलिस प्रशासन को नशे के तस्करों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही अभिभावकों और शिक्षकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है ताकि वे युवाओं को समय रहते सही दिशा दिखा सकें। समाज के हर वर्ग को मिलकर इस जहर के खिलाफ अभियान छेड़ना होगा, तभी इसे पूरी तरह खत्म किया जा सकता है।
उन्होंने आम जनता से अपील की कि वे नशे के खिलाफ प्रशासन का साथ दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दें। यह लड़ाई केवल सरकार या पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे समाज की है, जिसे मिलकर लड़ना होगा।