

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- अभाविप जिला हमीरपुर के तहसील संयोजक हमीरपुर मुकुल राणा ने बयान जारी करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में बस किराए में बढ़ोतरी का फैसला प्रदेश सरकार का गलत निर्णय है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से प्रदेश सरकार ने प्रदेश में बसों के किराए में बढ़ोतरी की है उससे प्रदेश का छात्र समुदाय सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है।


बस किराय बढ़ने से छात्र समुदाय सबसे ज्यादा प्रभावित : अभाविप


उन्होंने कहा कि हमें देखने को मिलता है कि अपने घरों से दूर विद्यार्थी विद्यालयों महाविद्यालय विश्वविद्यालय और लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए बसो का सफर करते हैं और अब जब यह किराए में बढ़ोतरी का निर्णय लिया गया है तो सबसे ज्यादा प्रभाव छात्रों पर पड़ा है।



वर्ष में 365 दिन में से 300 दिन विद्यार्थी बसों का सफर कर शिक्षा ग्रहण करने के लिए जाते हैं और अब जब किराए में बढ़ोतरी की गई है तो इससे विद्यार्थियों की आर्थिक स्थिति भी असंतुलित होगी। मध्यमवर्गी परिवार के बच्चों के लिए इस तरह के निर्णय एक चिंताजनक निर्णय के रूप में साबित होते हैं।
सरकार के इस निर्णय से एक बात साफ होती है की वर्तमान प्रदेशै सरकार बिना विद्यार्थियों के हित में सोचे समझे निर्णय ले रही है उन्होंने एक बार भी यह विचार करने का प्रयास नहीं किया की बसों के किराए में बढ़ोतरी करके विद्यार्थी वर्ग को कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बसो के किराए में बढ़ोतरी के निर्णय का विरोध करती है और सरकार को यह कहना चाहती है कि इस तरह के विद्यार्थी विरोधी फैसले को सरकार जल्द से जल्द वापस ले।


