नशे से मुक्ति” को मिलेगी नई गति:–नैंसी अटल

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश की प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने बयान जारी करते हुए कहां की प्रदेश समीक्षा योजना बैठक का आयोजन घुमारवी में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस बैठक में प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं ने संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा करते हुए आगामी कार्य योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की।

अभाविप हिमाचल की समीक्षा योजना बैठक सम्पन्न, इस वर्ष 1,67,090 सदस्यता का लक्ष्य:–नैंसी अटल

अभाविप हिमाचल प्रदेश की समीक्षा योजना बैठक में गत वर्ष के अखिल भारतीय, संगठनात्मक व रचनात्मक कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। बैठक में आगामी वर्ष की कार्ययोजना बनाई गई। इस वर्ष विद्यार्थी परिषद राज्य के स्कूलों, महाविद्यालयों एवं व्यवसायिक शिक्षण संस्थानों में कुल 1,67,090 सदस्यता करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। संगठन ने युवाओं को जोड़ने व राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका को सशक्त करने पर जोर दिया।

 

प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने बताया कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि *प्रदेश में लगातार बढ़ रहे नशे की प्रवृत्ति को देखते हुए परिषद “अभिनिवृति – नशे से मुक्ति अभियान” को और अधिक सशक्त एवं प्रभावी रूप से चलाएगी। इस अभियान के अंतर्गत विद्यार्थियों को नशे के दुष्परिणामों से अवगत कराया जाएगा तथा कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

 

अभाविप का मानना है कि युवा शक्ति देश की सबसे बड़ी शक्ति है और अगर युवा नशे की गिरफ्त में आएंगे तो राष्ट्र का भविष्य अंधकारमय हो सकता है। इसलिए परिषद समाज के हर वर्ग से आह्वान करती है कि वे इस अभियान में सक्रिय सहभागिता करें और नशे के खिलाफ जन जागरण में योगदान दें।

 

प्रदेश मंत्री नैंसी अटल ने बताया कि बैठक में परिषद की विभिन्न गतिविधियों जैसे “छात्रा सम्मेलन” “जनजातीय सम्मेलन” “राष्ट्रीय विद्यार्थी दिवस”, “राष्ट्रीय युवा दिवस”, “सामाजिक समरसता दिवस”,”छात्रा संसद”, और “सामाजिक अनुभूति” “प्रदेश अभ्यास वर्ग” “प्रदेश अधिवेशन” की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त ज्यादा से ज्यादा परिसरों में जाकर युवाओं तक पहुँचने की योजनाओं को विस्तार देने पर भी जोर दिया गया।

 

अंत में प्रदेश अध्यक्ष डॉ राकेश शर्मा जी ने सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि परिषद का लक्ष्य केवल संगठन विस्तार नहीं, बल्कि छात्र हितों की रक्षा और राष्ट्र के प्रति जागरूकता का निर्माण है। यह बैठक परिषद के आगामी कार्यों को दिशा देने वाली सिद्ध होगी।