जायका समीक्षा मिशन ने मंडी जिले में कसारला उप-योजना का दौरा किया: डॉ. सुनील चौहान

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-  जापान अंतर्राष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जायका) के दो सदस्यीय समीक्षा मिशन ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना चरण-2 के अंतर्गत निर्मित 1.08 करोड़ रुपये की लिफ्ट सिंचाई उप-परियोजना कसारला का दौरा किया।
सिंचाई योजना कृषक विकास संघ को सौंपी गई
समीक्षा मिशन में परियोजना निर्माण सलाहकार  इनागाकी युकारी और विकास विशेषज्ञ सुश्री निष्ठा वेंगुरलेकर शामिल हैं। परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान सहित अन्य लोग मिशन टीम के साथ थे।
प्रदेश में जायका कृषि परियोजना के 1010 करोड़ रुपये के दूसरे चरण की जुलाई  2021 में शुरुआत के बाद से अंतरराष्ट्रीय मिशनों का परियोजना क्षेत्र में यह छठा दौरा है। परियोजना की अवधि 2029 तक है, जिसके अंतर्गत 306 उप-परियोजनाओं के तहत 8,000 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जाएगी तथा 25,000 किसान परिवारों की समृद्धि के लिए फसल विविधीकरण के अनुकरणीय मॉडल स्थापित किए जाएंगे।
समीक्षा मिशन के सदस्यों ने परियोजना के वरिष्ठ सलाहकार बलजीत सिंह संधू, वित्त अधिकारी प्रदीप शर्मा की उपस्थिति में उप-परियोजना की सिंचाई योजना का बुनियादी ढांचा भी कृषक विकास संघ को सौंपा।
स्थानीय स्तर पर किसान मेला भी आयोजित किया गया, जिसमें 150 किसानों ने भाग लिया तथा समीक्षा मिशन दल ने किसानों के साझा हित समूहों तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा लाई गई आधुनिक कृषि मशीनरी तथा कृषि उपज एवं उत्पादों की प्रदर्शनी का दौरा किया।
भ्रमण के दौरान, मिशन दल ने उन्नत प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप के माध्यम से उगाई गई स्ट्रॉबेरी फसल, खीरा, टमाटर तथा अन्य प्रदर्शन भूखंडों का निरीक्षण किया। कसारला उप-परियोजना क्षेत्र मंडी जिले के बल्ह में आता है।
उप-परियोजना क्षेत्र में 75 किसान परिवार लाभान्वित होंगे, जिससे 37.38 हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई होगी। इस उप-परियोजना क्षेत्र में टमाटर और फूलगोभी प्रमुख फसलें हैं।
इस अवसर पर राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई से उप परियोजना निदेशक डॉ. राजेश कुमार (एमपीएच), डॉ. डीडी शर्मा (एई) और डॉ. करतार सिंह (एसडब्ल्यूसी) और जिला इकाई से डॉ. हेम राज, जिला परियोजना प्रबंधक मंडी और विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. खूब राम सिंह और खंड परियोजना प्रबंधक डॉ. राजेश कुमार जसवाल और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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