राज राजेश्वरी शिक्षा महाविद्यालय में ऐक्सटेंशन लेक्चर की श्रंखला द्वारा व्याख्यान 

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  राज राजेश्वरी शिक्षा महाविद्यालय भोटा, हमीरपुर में ऐक्सटेंशन लेक्चर की श्रंखला को जारी रखते हुए सहायक प्रोफेसर तनुजा धीमान द्वारा व्याख्यान दिया गया। उनके व्याख्यान का विषय “जैव विविधता की हानि: कारण और परिणाम“ रहा।

 

उन्होने बताया कि हमारे पर्यावरण में बहुत सी जैविक विविधता पाई जाती है और इस विविधता को धीरे धीरे हानि पहुंचाई जा रही है। जैव विविधता परिस्थितिकी तंत्र की उन्नति के लिए उपयोगी है और इसका संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है।

 

लेकिन जलवायु परिवर्तन और भारतीयों के दोहन कृत्यों की वजह से कई पौधे और जानवर विलुप्त होने के कगार पर है। वन्यजीव अधिनियम के तहत 253 प्रजातियों का उल्लेख है जिनको पर्याप्त संरक्षण की जरूरत है।

 

जैविक विविधता को बनाए रखने के लिए हमें पुखता कदम उठाने की जरूरत है ताकि पौधों, जानवर, कवक और सूक्ष्मजीवों जैसे जैविकों को बचाया जा सके। इसके मुख्य कारण मनुष्य का लालच, बाढ़, सूखा, स्थाई प्रथाएं, नियम और नितियांे का उल्लंघन, प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिग आदि है।

इसका जन साधारण के ऊपर कभी न खत्म होने वाला प्रभाव पड़ रहा हैं। उन्होने बताया कि इसे बचाने के लिए हर मनुष्य को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और अपना अपना योगदान देना चाहिए।

 

अन्त में सहायक प्रोफेसर डां. मनोज कुमार ने तनुजा के व्याख्यान को समय की जरूरत कहते हुए उनका इस तरह के ऊर्जावान तथा ज्ञानवर्धक व्याख्यान के लिए धन्यवाद दिया।

इस कार्यक्रम के उपलक्ष्य पर बी. ए. बी. एड. तथा डी. एल. एड. के सभी छात्र व संपूर्ण स्टॉफ उपस्थित रहा।