

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश जायका कृषि परियोजना के दौरे के तीसरे दिन बुधवार को दो सदस्यीय जायका समीक्षा मिशन ने मंडी जिले में कटली नाला उप परियोजना के कृषक विकास संघ (केवीए) को 1.4 किलोमीटर लंबे कृषि पहुंच मार्ग का लोकार्पण किया।

समीक्षा मिशन में परियोजना निर्माण सलाहकार सुश्री इनागाकी युकारी विकास विशेषज्ञ निष्ठा वेंगुर्लेकर शामिल हैं, जबकि परियोजना निदेशक डॉ. सुनील चौहान परियोजना क्षेत्र के दौरे के दौरान मिशन टीम के साथ रहे।
जायका समीक्षा मिशन 1010 करोड़ रुपये की हिमाचल प्रदेश फसल विविधीकरण प्रोत्साहन परियोजना-2, जायका-ओडीए की प्रगति जानने के लिए चार दिवसीय दौरे पर है, जिसे जुलाई 2021 में लॉन्च किया गया था। यह परियोजना सभी 12 जिलों में 306 सिंचाई योजनाएं विकसित कर रही है, जिससे 8,000 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर किया जा रहा है, जिससे 25,000 किसान परिवारों को लाभ मिल रहा है।
जायका समीक्षा मिशन ने लाभार्थी किसानों द्वारा आयोजित स्थानीय किसान मेले में भाग लिया तथा आधुनिक कृषि मशीनरी, कृषि उपज तथा किसानों व स्वयं सहायता समूहों के साझा हित समूहों द्वारा लाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।
कटली नाला से ननवाहन पपलेहरा उप-परियोजना जिला मंडी की पंचायत मराठू में स्थित है। इस सिंचाई उप-परियोजना का निर्माण 1,29,91,226 रुपये की लागत से किया गया है, जिससे 23.90 हेक्टेयर कमांद क्षेत्र को सिंचाई सुविधा मिली है तथा इसके निर्माण से 38 किसान परिवार लाभान्वित हुए हैं। प्रमुख फसलों में खरीफ सीजन में टमाटर, अदरक तथा रबी सीजन में लहसुन, प्याज तथा फूलगोभी शामिल हैं।
किसानों के लिए मंडी स्थित कृषि विपणन केंद्र सबसे नजदीक है। इस अवसर पर राज्य परियोजना प्रबंधन इकाई से उप परियोजना निदेशक डॉ. राजेश कुमार (एमपीएच), डॉ. डीडी शर्मा (एई) और डॉ. करतार सिंह (एसडब्ल्यूसी), पीएमसी से सह-टीम लीडर इंजीनियर अनिल अग्रवाल और डॉ. आरके शर्मा, जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. हेम राज और विषय वस्तु विशेषज्ञ डॉ. खूब राम सिंह और खंड परियोजना प्रबंधक डॉ. राजेश कुमार जसवाल और जिला इकाई के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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