

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिम अकादमी पब्लिक स्कूल, विकासनगर में 11 मई 2025 को “जीवन कौशल (लाइफ स्किल)” विषय पर एक दिवसीय क्षमता विकास कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को ऐसे महत्वपूर्ण जीवन कौशल सिखाना था, जिनका प्रयोग वे न केवल अपने व्यक्तिगत जीवन में कर सकें, बल्कि कक्षा-कक्ष में छात्रों के समग्र विकास के लिए भी प्रभावशाली रूप से कर सकें।


यह कार्यक्रम शिक्षकों के व्यावसायिक दक्षता को सशक्त करने की दिशा में एक सराहनीय पहल थी।इस कार्यशाला का संचालन दो अनुभवी और ऊर्जावान रिसोर्स पर्सन – प्रियंका गुप्ता (प्रवक्ता, जीवविज्ञान, डीएवी पब्लिक स्कूल, हमीरपुर) एवं शैली गुलाटी (टीजीटी, सामाजिक विज्ञान, डीएवी सेंटररी पब्लिक स्कूल, मंडी) द्वारा किया गया।
दोनों प्रशिक्षकों ने अपने सत्रों को संवादात्मक, गतिविधि-आधारित और अत्यंत प्रभावशाली बनाया। उनके द्वारा भावनात्मक बुद्धिमत्ता, सकारात्मक सोच, निर्णय लेने की क्षमता, समस्या समाधान और प्रभावी संवाद कौशल जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा की गई।


आज की कार्यशाला में कुल 61 शिक्षकों ने भाग लिया l कार्यशाला हिम अकादमी पब्लिक स्कूल के अकादमिक प्रधानाचार्य डॉ. हिमांशु शर्मा, उपप्रधानाचार्य अश्वनी कुमार, अकादमिक समन्वयक विनिता गुप्ता एवं छात्र कल्याण संघ अध्यक्ष संजीव कुमार की विशेष उपस्थिति ने इस एक दिवसीय कार्यशाला को और अधिक प्रेरक बनाया।



सभी शिक्षकों ने पूरे मनोयोग और उत्साह के साथ कार्यशाला में भाग लिया तथा जीवन कौशल से जुड़े विषयों पर गंभीरता से संवाद किया।कार्यशाला के अंत में फीडबैक सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिक्रियाएं साझा कीं।
उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला उनके लिए अत्यंत उपयोगी और व्यावहारिक रही। इससे उन्हें अपने शिक्षण कार्य में नवाचार लाने तथा विद्यार्थियों के साथ बेहतर संवाद स्थापित करने में सहायता मिलेगी।
यह कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य-4 “गुणवत्तापूर्ण शिक्षा” के अनुरूप था, जो शिक्षकों के सतत व्यावसायिक विकास तथा जीवनभर सीखते रहने की भावना को प्रोत्साहित करता है। हिम अकादमी पब्लिक स्कूल का यह प्रयास निश्चित रूप से शिक्षकों के व्यक्तिगत और पेशेवर सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रभावशाली कदम है।


