विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ की बैठक सम्पन्न: डॉ नीतिनव्यास

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-   हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ ( हपुटवा ) द्वारा एक बैठक की गई जिस बैठक में संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया । इस बैठक में विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली पर प्रश्न उठाया गया क्योंकि पिछले 16 महीनों से यहाँ पर छात्रों अध्यापकों और ग़ैर शिक्षक वर्ग के लिए एक भी ऐसा स्थान नहीं है जहाँ बैठ कर भोजन यानी कैंटीन की सुविधा दी जा सके ।

 

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों में आता है तथा प्रदेश का सबसे पुराना विश्वविद्यालय है पर दुर्भाग्यवश यहाँ पर एक भी रेस्टुरेंट नहीं है । कुछ वर्षों तक कामधेनु विश्वविद्यालय में अपनी कैंटीन चलाता रहा जो की विश्वविद्यालय का एक अच्छा स्थान था जहाँ पर सभी विश्वविद्यालय के कर्मचारी छात्र शिक्षक गुणवत्ता पूर्ण भोजन करते थे ।

 

विश्वविद्यालय प्रसाशन द्वारा 16 महीने पहले इसका किराया 47000 से 100000 के लगभग कर दिया गया जिसके कारण से इन्हें यहाँ से छोड़ना पड़ा क्योंकि यह इस किराए पर विश्वविद्यालय में फ़ूड जॉइंट चलाने में असमर्थ थे ।

 

तब से लेकर अब तक विश्वविद्यालय में कोई भी गुणवत्ता वाला भोजन रेस्टुरेंट नहीं है । प्रसाशन ने किस कारण से दबाव बनाने के लिए इसका किराया बढ़ाया तथा अगर कामधेनु इस फ़ूड जॉइंट को छोड़ कर गया तो आज तक इसकी जगह पर कोई और फ़ूड जॉइंट आमंत्रित क्यों नहीं किया गया ।

 

कामधेनु ने लगभग तीन वर्षों तक इसका विश्वविद्यालय में संचालन किया जिसके लिए विशेष रूप से विश्वविद्यालय द्वारा आधारभूत ढांचा खड़ा किया गया जिस पर लाखों रुपये खर्च किये गए । आज यह सारा ढांचा धूल झोंक रहा है ।

 

पिछले 16 महीने में विश्वविद्यालय की आय को लगभग आठ लाख का नुकसान हो चुका है । एक और जहाँ प्रदेश और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय वित्तीय संकट से झूझ रहा है वहीं फ़ूड जॉइंट के इस स्थान को ख़ाली रख कर वित्तीय नुक़सान हो रहा है ।

 

हपुटवा ने माँग रखी कि विश्वविद्यालय के संसाधनों का इस तरह का दुर्पयोग ठीक नहीं है । संघ ने माँग रखी की जल्द से जल्द विश्वविद्यालय परिसर में गुणवत्ता पूर्ण रेस्टुरेंट खुलना चाहिए जिसमे विश्वविद्यालय के हज़ारों छात्र , शिक्षक , ग़ैर शिक्षक कर्मचारी लाभ उठा सकें । बैठक में उपाध्यक्ष डॉ योगराज , महासचिव डॉ अंकुश , सहसचिव डॉ अंजलि , कोषाध्यक्ष डॉ राम , डॉ गौरव , डॉ अनिल उपस्थित थे ।