

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- भारतीय जनता पार्टी हमीरपुर जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने एक प्रेस बयान में कांग्रेस पार्टी पर राष्ट्रवाद और राष्ट्रीय हितों को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है।


उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक युद्ध लड़ रहा है, और जो देश पाकिस्तान के साथ खड़े हैं—जैसे तुर्की और अजरबैजान—उन्हें अब आर्थिक मोर्चे पर भारत की सख्त नीति का सामना करना पड़ रहा है।


राष्ट्रभक्ति पर कांग्रेस का दोहरा चरित्र बेनकाब



ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने तुर्की और अजरबैजान के खिलाफ “इकोनॉमिक स्ट्राइक” की है, जिसमें व्यापार, टूरिज्म और रणनीतिक सहयोग को समाप्त कर सख्त संदेश दिया गया है।
तुर्की के साथ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय व जामिया मिलिया इस्लामिया जैसी संस्थाओं द्वारा किए गए समझौते रद्द किए गए हैं और एयरपोर्ट ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी लेबी की सुरक्षा मंजूरी भी वापस ले ली गई है।


उन्होंने बताया कि भारत से हर वर्ष तुर्की को 4000 करोड़ रुपये का टूरिज्म कारोबार होता था, जिसे भारतीय सैलानियों द्वारा अपने ट्रिप रद्द करके करारा झटका दिया गया है। भारतीय व्यापारी अब तुर्की से कपड़े, कच्चा तेल और संगमरमर का बहिष्कार कर रहे हैं। भारत और तुर्की के बीच 68,000 करोड़ रुपये के सालाना व्यापार को समाप्त करने की दिशा में यह कदम एक राष्ट्रवादी नीति का परिचायक है।
राकेश ठाकुर ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि जब इस विषय पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा से प्रतिक्रिया मांगी गई, तो वे जवाब देने से कतराते रहे। यह स्पष्ट करता है कि कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता राष्ट्रहित नहीं, बल्कि राजनीतिक हित है।
उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भारत ने तुर्की को “ऑपरेशन दोस्त” के तहत आपदा काल में सहायता दी थी, लेकिन तुर्की ने इसका उत्तर पाकिस्तान का साथ देकर दिया, जिससे भारत को आर्थिक कार्यवाही करने पर विवश होना पड़ा।
ठाकुर ने कहा कि “देश का सम्मान और स्वाभिमान सर्वोपरि है, और जो देश भारत के विरुद्ध खड़े होंगे, उन्हें अब हर स्तर पर करारा जवाब मिलेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि वह तुर्की प्रेम के साथ खड़ी है या भारतीय जनभावनाओं के साथ।



