केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर प्रदर्शन, केंद्र सरकार से नई श्रम संहिताओं को खत्म करने की मांग

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-   निर्माणाधीन विद्युत परियोजना धौलासिद्ध में सीटू ने केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार से नई श्रम संहिताओं को खत्म करने की मांग की l सुबह 8 बजे ही मजदूर तय स्थल पर एकत्रित हुए और केंद्र सरकार और स्थानीय प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की l

 

मजदूरों की सभा को जिला सचिव जोगिंदर कुमार,जिला अध्यक्ष प्रताप राणा, रंजन शर्मा, धौलासिद्ध इकाई के महासचिव संतोष कुमार, अध्यक्ष नवीन कुमार ने संबोधित किया l

मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू के नेताओं ने कहा कि मजदूरों ने भारी कुर्बानियों के बल पर जो श्रम कानून बनवाए थे मोदी सरकार ने उन्हें समाप्त कर दिया है और उसके स्थान पर चार श्रम संहिताओं को बनाया है जो मालिकों के पक्ष में हैं और ये संहिताऐं मजदूरों के लिए गुलामी का रास्ता ही प्रशस्त करती हैं जिसका मजदूर देश भर में जमकर विरोध कर रहे हैं और आने वाली 9 जुलाई 2025 को इन श्रम संहिताओं के विरोध में देश भर में हड़ताल की जाएगी और हमीरपुर में भी इसके विरोध में विशाल प्रदर्शन किया जाएगा l

 

उन्होंने बताया कि देश में युद्ध के हालात के बदले हालात के कारण इस हड़ताल को अब 9 जुलाई 2025 को करने का फैसला सभी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और फेडरेशनौ ने लिया है l मोदी सरकार ने इन संहिताओं के माध्यम से काम के घंटे 8 से बढ़ाकर 12 कर दिए हैं इसके साथ ही मजदूरों के अधिकारों जिसमें यूनियन बनाने, हड़ताल करने को लगभग गैरकानूनी ही बना दिया है जो कि बेहद ही खतरनाक है l

 

ये नयी श्रम संहिताएं मजदूरों की आवाज़ को दबाने के लिए बनायी गयी हैं l एक तरफ रोजगार को अस्थाई तौर पर तय करके रोजगार का स्वरूप ही बदला जा रहा है जिसमें रोजगार की सुरक्षा खत्म हो जाएगी और नई श्रम संहिताएं मजदूरों को जंजीरों में जकड़ने के लिए बनायी गयी हैं l

 

मजदूरों को संबोधित करते हुए निर्माण फेडरेशन के राज्य अध्यक्ष जोगिंदर कुमार ने कहा कि मोदी सरकार ने अमेरिकी साम्राज्यवाद के आगे घुटने टेक दिए हैं और अब ट्रंप मोदी को अपनी उंगलियों पर नचा रहे हैं l अमेरिका को खुश करने के लिए मोदी सरकार ने अमेरिकी उत्पादों से पहले ही टैरिफ कम कर दिए और अब तो ट्रंप भारत में उद्योग ना लगाने के लिए धमकाने तक उतर आए हैं परंतु मोदी सरकार मौन धारण किए हुए है जबकी ये सब भारत की संप्रभुता पर सीधा हमला है l

 

ऐसे कदमों से भारत के उद्योगों पर नकारात्मक असर पड़ेगा और इसका खामियाजा सबसे ज्यादा कामगारों को भुगतना पड़ेगा l मजदूरों को संबोधित करते हुए यूनियन के महासचिव संतोष कुमार ने कहा कि मजदूरों को कोई भी चीज़ आसानी से नहीं मिलती है और अपने अधिकारों के लिए भी मजदूरों को लड़ना पड़ता है l

 

उन्होंने कहा कि यदि मजदूर संगठित नहीं रहते हैं तो जो कुछ हासिल भी है उसके छिन जाने का खतरा बना रहता है उन्होंने कहा कि मजदूर 9 जुलाई 2025 को धौलासिद्ध में भी मुक्कमल हड़ताल करेंगे और प्रदर्शन में शामिल होंगे l