ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए, देशवासी सेना और सैनिकों के ऋणी हैं: प्रेम कौशल

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने के लिए किए गए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए सेना के शौर्य, साहस और पराक्रम की सर्वत्र प्रशंसा हो रही है और इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक अंजाम देने के लिए तमाम देशवासी सेना और सैनिकों के ऋणी हैं!

 

प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मुख्य प्रवक्ता प्रेम कौशल ने मीडिया को जारी ब्यान में कहा कि पहलगांव आतंकी हमले में देश की जिन बेटियों की मांग के सिंदूर को पाकिस्तानी आतंकियों ने निशाना बना मौत के घाट उतारा उनका आज भी कोई नामोनिशान पता नहीं है ।

 

और जब भारतीय सेना सफलता पूर्वक हिसाब चुकता करने की कार्यवाही को अंजाम देने में लगी थी तो ऐसी स्थिति में विदेशी दबाव में उसे बीच में ही खत्म कर आतंक का सबब बन चुके पाकिस्तान जिसे अब आतंकिस्तान के नाम से जाना जाता है एवं आतंकवादियों को किन कारणों से सीज़फायर कर देशवासियों को निराश तथा सेना का मनोबल तोड़ने का कार्य किया गया यह किसी की समझ में नहीं आया!कौशल ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कथन कि उनकी रगों में खून की बजाए गर्म सिंदूर दौड़ रहा है।

 

 

बहुत ही हास्यास्पद होने के साथ ही उनके द्वारा अपनी कमजोरी एवं विफलता पर पर्दा डालने का प्रयास भी है क्योंकि वास्तविकता तो यह है कि पहलगांव में देश की बेटियां का सिंदूर उजाड़ने वाले अभी भी पकड़ से बाहर हैं और प्रधानमंत्री ने दृढ़ इच्छा शक्ति तथा देश की ताक़त दिखाने की बजाए एक विदेशी हुक्मरान के साथ देश के गौरव एवं बेटियों के सिंदूर का सौदा कर लियाऔर इस नज़रिए से वह पहलगांव में आतंकियों द्वारा सुनी की गई मांगों के सिंदूर का बदला लेने की बजाए उसके सौदागर बन गए!