सोनम ने दी थी, राजा की सुपारी- DGP

गाज़ीपुर/ उत्तर प्रदेश :- सोनम रघुवंशी जब अपने हनीमून पर गई तब अपने सारे गहने अपने साथ लेकर गई और अपने घर वालों को यह कहीं की वहां वह फोटो शूट करवाएगी

 

उससे ही किसी का भी माथा ठनक जाएगा कि कोई भी महिला हनीमून मनाने अपने सारे के सारे गहने लेकर नहीं जाएगी

 

उसके अलावा सोनम रघुवंशी के अपने बैंक अकाउंट में 9 लाख रुपये निकाले थे

 

मुझे शुरू से यह मामला एकदम संदिग्ध लगता था खासकर जब उसके पति की डेड बॉडी मिल गई तब तो यह मामला और संदिग्ध था

 

अब सोनम रघुवंशी को गाज़ीपुर उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया है मेघालय पुलिस का कहना है कि सोनम रघुवंशी अपने पति के हत्या में शामिल थी और उसने ही अपने पति के हत्या की सुपारी दी थी

 

और इस मामले में सबसे बड़ा लीड यह मिला कि जब एक होटल वाला और कुछ टूर गाइड नाम मेघालय पुलिस को बताया की अंतिम बार सोनम रघुवंशी से मिलने जो व्यक्ति आए थे वह हिंदी में बात कर रहे थे तभी से मेघालय पुलिस का माथा ठनका गया

 

मेघालय पुलिस ने इस मामले में बहुत अच्छी जांच किया है

 

मैं यह समझ नहीं पाता हूं कि अगर किसी लड़की का किसी और से प्यार मोहब्बत या चक्कर चल रहा है तब वह शादी ही क्यों करती है ??

 

वह क्यों किसी के घर के चिराग को बर्बाद करती है?? क्यों है जिंदगी भर पति हंता का कलंक लेकर या तो जेल में रहती है या समाज में रहती है ?

 

वह साफ मना कर दे कम से कम उसके माथे पर पति के हत्यारी का कलंक तो नहीं लगेगा

 

लेकिन आप यह सोचिए कि यह कितनी शातिर थी जिस खाई में उसके पति का शव मिला वहां अपना जैकेट फेंक दी थी ताकि यह पता चले कि सोनम के भी यही हत्या हुई है और बाद में इस मामले में बांग्लादेश पुलिस भी जांच में जुड़ गई थी

 

 

धीरे धीरे पत्नियां भरोसा खोती जा रही हैं!

17 दिन पहले नवदंपति राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी हनीमून मनाने शिलोंग गए थे,शिलोंग में राजा रघुवंशी का शव मिला था और पत्नी लापता थी।

 

राजा रघुवंशी के परिजन अपने बेटे से ज्यादा बहु के लिए परेशान थे लेकिन उन्हें क्या पता कि उनकी बहु ही उनके बेटे की कातिल है।

 

सोनम रघुवंशी गाजीपुर से गिरफ्तार हुई है साथ ही तीन हत्या के आरोपी MP से पकड़े गए हैं अपने पति की हत्या इसी हत्यारिन ने करवाई थी।

 

आखिर कब तक महिलाएं कानून की धज्जियां उड़ाती रहेंगी कम से कम ऐसी हत्यारनों को तो फांसी पर लटकाओ,आखिर कब तक पुरुष बलि देता रहेगा?