एस एफ आई ने विश्वविद्यालय में नवनियुक्त कुलसचिव को छात्रों की विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :-  छात्र मांगों पर विस्तार से बात रखते हुए एस एफ आई हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय परिसर अध्यक्ष कामरेड अंकुश ने विभिन्न समस्याओं को कुलसचिव के सामने रखा। जिसमें पहली जो मांग थी कि पिछले लंबे समय से छात्र इस समस्या को लेकर जूझ रहे है।

पहले विश्वविद्याल के अंदर 6 बसें चलती थी और आज के समय में सिर्फ 3 बसें रह चुकी है हालांकि EC की मीटिंग में बसें लेने का निर्णय ले लिया गया था लेकिन अभी तक इतना समय हो गया है इसके ऊपर कोई भी संज्ञान विश्वविद्यालय प्रशासन नही उठा पाया है।।

 

अत: एस एफ आई मांग करती है कि जल्द से जल्द नई बसें खरीदी जाए।इसके साथ-साथ एस एफ आई ने कुलसचिव के सम्मुख हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की अन्य समस्याओं जैसे कि छात्रावास की समस्या को लेकर उन्हें अवगत कराया कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लगभग 4000 के करीब छात्र-छात्राएं अध्ययन करते हैं।

 

लेकिन वर्तमान समय में हम देखते हैं कि प्रदेश विश्वविद्यालय के अंदर तकरीबन 1200 छात्र छात्राओं को ही हॉस्टल की सुविधा मिल पाती है। प्रदेश का एकमात्र प्रमुख सरकारी विश्वविद्यालय होने के बावजूद यहां पर छात्रों को रहने की उचित व्यवस्था नहीं की गई है।

 

और 50 से ज्यादा साल इस विश्वविद्यालय को बने हो गए है लेकिन आज भी उन हॉस्टलों के हालात खस्ते है।। एस एफ आई मांग करती है जल्द से जल्द विश्वविद्यालय के छात्रावासों का नवीनीकरण का काम किया जाना चाहिए।।

 

एस एफ आई विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष कामरेड अंकुश राणा ने कुलसचिव के सम्मुख मांगे रखते हुए कहा कि आर टी आई के माध्यम से एस एफ आई ने खंगाला था कि साल 2020 में जो गैर शिक्षक कर्मचारी के 274 पदों के लिए भर्ती निकाली गई थी और सिर्फ भर्ती के नाम पर 4 करोड़ से ज्यादा पैसा इक्कठा किया लेकिन अभी तक कोई भर्तियां नहीं कराई गई एस एफ आई का मानना है कि ये प्रदेश के उन छात्रों के साथ खिलवाड़ है जिन्होंने इसके लिए आवेदन किए थे।।

अतः एस एफ आई मांग करती है कि जल्द से जल्द इन भर्तियों को कराया जाए। इन तमाम मांगों को लेकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय इकाई ने कुलसचिव को अवगत कराया और उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द इसके ऊपर संज्ञान लिया जाएगा ।।

 

अंत में एस एफ आई ने चेतावनी देते हुए सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द इन तमाम मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा सकारात्मक पहल नहीं की जाती है तो एस एफ आई तमाम छात्र समुदाय को एकजुट करते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ एक उग्र आंदोलन करेगी ! जिसकी सारी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।