


हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रवीण चौधरी ने बताया कि हमें कीट जनित रोगों से आजकल बरसात के मौसम में ज्यादा एहतियात रखने की जरूरत होती है। वेक्टर जनित रोग या कीट जनित रोग उन बीमारियों को कहते हैं जो किसी वाहक (जैसे मच्छर, मक्खी, या पिस्सू) के माध्यम से फैलती हैं।

ये वाहक, रोग के कीटाणुओं को एक संक्रमित व्यक्ति या जानवर से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में फैलाते हैं।



वेक्टर जनित रोग, संक्रामक रोग होते हैं जो एक जीवित वाहक के माध्यम से फैलते हैं जैसे मच्छर से मलेरिया, डेंगू,जे ई, फाइलेरिया, चिकनगुनिया फ्लिस (पिस्सू): स्क्रब टाइफस प्लेग ,जैसे रोगों के लिए वेक्टर हैं।



वेक्टर जनित रोग, दुनिया भर में एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य समस्या है, खासकर विकासशील देशों में. जलवायु परिवर्तन और मानव गतिविधियों में बदलाव के कारण, वेक्टर जनित रोगों का प्रसार बढ़ रहा है और हर साल लाखों लाखों लोग कीट जनित बीमारियों के कारण असमय मृत्यु का शिकार होते हैं।
लेकिन अगर हम सावधानी बरतें तो इन बीमारियों व इनसे होने वाली मौतों से हम अपना बचाव कर सकते हैं। वेक्टर जनित रोगों को निम्नलिखित तरीकों से रोका जा सकता है:-


अपने आस पास की सफाई रखें,घास, झाड़ियों, पत्तियों के ढेर सबकी सफाई
करें ताकि किट पनप न पाये।
आस पास पानी खड़ा न होने दें, गड्ढों को भर दे ।
खेतों में काम करते समय लम्बी बाजु के कपड़े व पतलून से बदन को ढक कर रखें।

खेतों में काम करने के बाद स्नान करे व कपड़ों को धोकर सुखा लें।
घरो में खिड़की, दरवाजों आदि में जाली का प्रयोग करें अगर टूटी फूटी है
तो रिपेयर करवाये।
मच्छरदानी का प्रयोग करें,आल आउट, कीटाणुनाशक का उपयोग करें।
टूटे बर्तन, पुराने टायर,टूटे घडे, बर्तन, खाली बोतलें इत्यादि को न
रखें ताकि इनमें पानी न ठहरे।
सप्ताह में कम से कम एक बार ए सी,कूलर,टंकी के पानी को जरूर बदले।
सूअर, बिल्ली, कुत्तों अन्य घरेलू पशुओं को रिहाईश से दूर रखें।
फर्श पर मत सोंये,घरों की दिवारो में छेद आदि हो तो बंद करवाये।


