योग के महत्व को जन-जन तक पहुँचाना व लोगों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है उद्देश्य: डाॅ. पुष्पेंद्र बर्मा

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  21 जून को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य योग के महत्व को जन-जन तक पहुँचाना और लोगों को मानसिक, शारीरिक व आत्मिक रूप से स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करना है।

इस अवसर पर जिला आयुष विभाग हमीरपुर द्वारा बचत भवन में आयोजित योग शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में मैंने भी सबके साथ मिलकर योग किया और अपने विचार साझा किए।

 

सुबह का समय था, वातावरण शांत और सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ। हमने स्थानीय सामुदायिक केंद्र में योग कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत ‘ओम’ के उच्चारण से हुई, जिसने वातावरण को पवित्र और ध्यान केंद्रित करने योग्य बना दिया।

योग प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में हमने विभिन्न योगासन जैसे ताड़ासन, भुजंगासन, वज्रासन, त्रिकोणासन और अंत में प्राणायाम किए। योग करते समय शरीर में ऊर्जा का संचार स्पष्ट रूप से अनुभव किया जा सकता था। सभी लोग एकाग्रता, अनुशासन और शांति के साथ इस अभ्यास में लीन थे।

“योग केवल शरीर की कसरत नहीं है, यह आत्मा और मन का भी शुद्धिकरण है। यह हमें संतुलन, संयम और अनुशासन सिखाता है। आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में योग एक वरदान है, जो हमें मानसिक तनाव से राहत और जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदान कर्ता है ।