आपातकाल के 50 वर्षों पर भाजपा आयोजित करेगी जिला स्तरीय संगोष्ठी: राकेश ठाकुर

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :-  भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय माने जाने वाले आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी, जिला हमीरपुर द्वारा एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। यह जिला स्तरीय संगोष्ठी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र की बड़सर विधानसभा के मैहैरे में आयोजित की जाएगी। इसकी जानकारी जिला भाजपा अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने प्रेस को दी।
प्रदर्शनी, मॉक पार्लियामेंट, प्रेस वार्ता, पौधा रोपण और लोकतंत्र प्रहरी के परिवारजनों को सम्मानित कार्यक्रम के मुख्य बिंदु होंगे
राकेश ठाकुर ने बताया कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य न केवल आपातकाल के भयावह दौर की सच्चाई को उजागर करना है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को लोकतंत्र की महत्ता से अवगत कराना भी है। उन्होंने कहा कि,
आपातकाल का काला अध्याय भारतीय लोकतंत्र पर एक गहरा घाव था। यह आयोजन उस दौर में किए गए दमन के विरुद्ध जनचेतना जगाने का कार्य करेगा।
प्रमुख बिंदु इस प्रकार होंगे:
 प्रदर्शनी
संगोष्ठी के दौरान “आपातकाल के दमन और तानाशाही” विषय पर आधारित एक विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें उस कालखंड की दुर्लभ तस्वीरें, दस्तावेज़ और घटनाओं का विस्तृत उल्लेख होगा। यह प्रदर्शनी युवाओं के लिए ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत शिक्षाप्रद होगी।
 मॉक पार्लियामेंट
एक मॉक (काल्पनिक) संसद सत्र का आयोजन किया जाएगा, जिसमें युवा वर्ग भाग लेकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अनुभव कर सकेगा। यह भागीदारी छात्रों और नवयुवकों के लिए संसदीय प्रणाली की जीवंत समझ प्रदान करेगी।
आपातकाल के प्रभाव, प्रेस पर प्रतिबंध, नागरिक अधिकारों के हनन और राजनीतिक विरोधियों की गिरफ्तारी जैसे विषयों पर विशेष प्रेस वार्ता की जाएगी। और मुख्य वक्ता इस प्रेस वार्ता को करेंगे।
लोकतंत्र प्रहरी के परिवारजनों को सम्मान
आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्षरत रहे नेताओं व कार्यकर्ताओं के परिजनों को विशेष रूप से मंच पर सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान न केवल उनके योगदान को याद करेगा, बल्कि वर्तमान समाज को उनके बलिदान से प्रेरणा भी देगा।
पौधा रोपण अभियान
कार्यक्रम के साथ एक पर्यावरणीय पहल भी जोड़ी गई है। पौधा रोपण अभियान के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा, ताकि यह दिन लोकतंत्र और प्रकृति दोनों के प्रति संवेदनशीलता का प्रतीक बन सके।
राकेश ठाकुर ने समस्त जनमानस से इस ऐतिहासिक अवसर पर अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों से नई पीढ़ी को यह सिखाने में मदद मिलती है कि लोकतंत्र कोई दी हुई चीज़ नहीं, बल्कि जनसंघर्ष और त्याग से प्राप्त विरासत है, जिसे हर हाल में सुरक्षित रखना हम सबका कर्तव्य है।