भारतीय लोकतंत्र पर सबसे बड़े हमले – आपातकाल की 50वीं बरसी पर भाजपा द्वारा “संविधान हत्या दिवस” का आयोजन

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- 25 जून 1975—भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का वह काला दिन, जब सत्ता के लोभ में डूबी तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने देश पर आपातकाल थोप कर संविधान, नागरिक अधिकारों और प्रेस की स्वतंत्रता का गला घोंट दिया।

इस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की 50वीं बरसी पर भारतीय जनता पार्टी हमीरपुर जिला इकाई द्वारा बड़सर में एक भव्य और जागरूकता से परिपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस दिन को “संविधान हत्या दिवस” के रूप में मनाते हुए पार्टी ने न केवल उस काले अध्याय को याद किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी लोकतंत्र के प्रति सजग और संवेदनशील बनाने का संकल्प लिया।

 

 

मुख्य वक्ता: डॉ. राजीव भारद्वाज

कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भाग लेते हुए कहा:

 

आपातकाल केवल एक राजनीतिक घटना नहीं थी, वह भारत की आत्मा को कैद करने का प्रयास था। न्यायपालिका को पंगु बनाया गया, मीडिया की आवाज़ दबाई गई, और हजारों निर्दोष लोगों को जेलों में ठूंसा गया। भारतीय जनता पार्टी का यह कर्तव्य है कि वह इस सच्चाई को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाए और लोकतंत्र की रक्षा में अग्रणी भूमिका निभाए।”

 

 

कार्यक्रम से पूर्व उन्होंने एक पेड़ माँ के नाम स्मृति में एक पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण और पारिवारिक मूल्यों का भी संदेश दिया।

 

 

लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान

 

कार्यक्रम के दौरान आपातकाल का साहसपूर्वक विरोध करने वाले लोकतंत्र सेनानियों को मंच पर सम्मानित किया गया। विशेष रूप से लोकतंत्र प्रहरी श्रीमती प्रोमिला जैन को सम्मानित किया गया, जिन्होंने आपातकाल के दमनकारी माहौल में भी अभिव्यक्ति की आज़ादी और संवैधानिक मूल्यों के लिए संघर्ष किया।

 

 

प्रमुख उपस्थितियाँ

 

कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा हमीरपुर जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने की। मंच पर विशेष रूप से उपस्थित रहे:

इंद्रदत्त लखनपाल विधायक बड़सर, आशीष शर्मा, विधायक हमीरपुर, अनिल धीमान पूर्व विधायक भोरंज,ञ कमलेश कुमारी पूर्व विधायिका भोरंज, वंदना योगी प्रदेश अध्यक्षा महिला मोर्चा, विनोद ठाकुर, प्रदेश प्रवक्ता, कमल नयन प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, संजीव शर्मा एवं नवीन शर्मा वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारी।

 

 

इसके अतिरिक्त भाजपा के विभिन्न मोर्चों—महिला मोर्चा, युवा मोर्चा, एससी मोर्चा, ओबीसी मोर्चा, किसान मोर्चा—एवं जिले के सभी मंडलों के अध्यक्षों, पदाधिकारियों व सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी निभाई।

 

 

लोकतंत्र के भविष्य के प्रति संकल्प

 

कार्यक्रम में “आपातकाल – एक ऐतिहासिक छलावा” विषय पर एक गंभीर परिचर्चा का आयोजन हुआ, जिसमें वक्ताओं ने प्रेस सेंसरशिप, मानवाधिकारों के हनन और संविधान के दुरुपयोग पर विचार रखे।

 

भाजपा ने स्पष्ट किया कि आज की और आने वाली पीढ़ियाँ यदि लोकतंत्र की ताकत को समझेंगी, तभी भविष्य में किसी भी प्रकार की सत्तावादी प्रवृत्ति का विरोध किया जा सकेगा।