


हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- आम आदमी पार्टी ने बयान को जारी करते हुए कहा कि निरंतर कांग्रेस बीजेपी दोनों सरकारों ने प्रदेश को कर्ज के बोझ के नीचे दबाने का काम किया है और प्रदेश को आर्थिक संकट की तरफ धकेल दिया है।

प्रदेश सरकार पर 1 लाख करोड़ का कर्जा बेहद चिंताजनक



हिमाचल प्रदेश सरकार ₹1200 करोड़ का नया ऋण लेने की तैयारी कर चुकी है जिसमें केवल 2025-26 के वित्तीय वर्ष में 4200 करोड़ का कर्जा लेने का नया रिकॉर्ड स्थापित हो रहा है और प्रदेश पर कुल कर्जे का बोझ लगभग 99075 करोड़ से ज्यादा पहुंच जाएगा।



सरकार व्यवस्था ठीक करने की बजाय कर्जे पर कर्जे ले रही है।
कांग्रेस-बीजेपी की भ्रष्टाचार, मित्रबाँट और परिवारवाद राजनीति तथा वित्तीय कुप्रबंधन की नियत व नीति ने प्रदेश को कंगाली की स्थिति पर ला खड़ा कर दिया है। वर्तमान में मासिक तौर पर लगभग 500 करोड़ केवल पुराने कर्जे को चुकाने के ब्याज के रूप में तथा लगभग 300 करोड़ मुख्य मूलधन को चुकाने में जा रहा है।


2.5 साल में ही सरकार चलाने में विफल हो गई है कांग्रेस , हिमाचल प्रदेश में अगले 2.5 साल भगवान भरोसे
एक वित्तीय रिपोर्ट के अनुसार 100 में से मात्र 24 रुपए ही हैं जिनसे विकास कार्यों में आबंटन हो पाता है। आत्म निर्भर बनाने वाले व्यवस्था परिवर्तन वाली कांग्रेस सरकार ने आज हिमाचल को कर्ज निर्भर बनाने की योजना पर ला खड़ा कर दिया है।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि सुक्खू सरकार व्यवस्था ठीक करने की बजाय कर्जे पर कर्जा लिए जा रही है जो आने वाले समय में प्रदेश के लिए और भी घातक होने वाला है।
आम आदमी पार्टी ने यह कहा की मात्र ढाई साल में ही कांग्रेस हिमाचल प्रदेश को चलाने में विफल रही है और अगले ढाई साल हिमाचल प्रदेश में भगवान भरोसे है।

आम आदमी पार्टी मुख्यमंत्री से मांग करती है कि यदि वित्तीय प्रबंधन सही कर नहीं सकते तो इस्तीफा क्यों नहीं दे देते ? खुशविंदर सिंह प्रवक्ता आम आदमी पार्टी विधानसभा हमीरपुर (हि.प्र.)


