कांग्रेस सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं के मोर्चे पर बुरी तरह विफल: इन्द्रदत्त लखनपाल

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ :- बड़सर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्री इन्द्रदत्त लखनपाल ने आज भोटा में एक विशेष पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जनहित के मामलों में पूरी तरह असंवेदनशील हो चुकी है, विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में।

 

 

 

भोटा अस्पताल को फिर से 24 घंटे चालू करने की उठाई मांग

 

विधायक लखनपाल ने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए भोटा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) को अपग्रेड कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) का दर्जा प्रदान किया था। इस उन्नयन से क्षेत्र के हज़ारों लोगों को चौबीसों घंटे चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो रही थी। लेकिन कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही इस जनहितैषी निर्णय को पलट दिया गया और अस्पताल का दर्जा घटाकर उसे पुनः प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना दिया गया।

 

प्रदेश सरकार को लिया आड़े हाथों

 

उन्होंने कहा कि अब हालत यह हो गई है कि यह स्वास्थ्य केंद्र केवल दिन के समय यानी सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक ही कार्य करता है। शाम के बाद आपातकालीन स्थिति में यहां कोई सुविधा नहीं मिलती। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, विशेष रूप से उस क्षेत्र के लिए जो 15 पंचायतों का केंद्र है और जहां से दो प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरते हैं।

 

दुर्घटनाओं का क्षेत्र, लेकिन प्राथमिक उपचार नहीं

 

विधायक लखनपाल ने कहा कि भोटा क्षेत्र, जिसकी भौगोलिक स्थिति अत्यंत महत्वपूर्ण है, अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का गवाह बनता है। परंतु इस अस्पताल में 24 घंटे की आपातकालीन चिकित्सा सुविधा के अभाव में दुर्घटना के शिकार लोगों को समय पर प्राथमिक उपचार नहीं मिल पाता, जिससे कई बार उनकी जान पर बन आती है।

 

उन्होंने उदाहरण स्वरूप बताया कि बीते कुछ महीनों में कई दुर्घटनाएं ऐसी हुईं, जिनमें घायलों को नजदीकी बड़े अस्पतालों तक पहुंचाने में देर हो गई, और समय पर इलाज न मिलने से जानें चली गईं। इस स्थिति के लिए पूरी तरह प्रदेश सरकार जिम्मेदार है, जिसने जनस्वास्थ्य को राजनीतिक निर्णयों की बलि चढ़ा दिया।

 

कांग्रेस सरकार को बताया ‘जनविरोधी’

 

विधायक लखनपाल ने कहा कि कांग्रेस सरकार के फैसले जनविरोधी हैं और यह सरकार जनता के मूलभूत अधिकारों से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू को चाहिए था कि वे पूर्व सरकार के अच्छे कार्यों को आगे बढ़ाते, लेकिन उन्होंने दुर्भावना के चलते जनहित में लिए गए फैसलों को पलटना शुरू कर दिया, जिसका सबसे ताज़ा उदाहरण भोटा अस्पताल है।

 

सरकार से की यह मांगें:

 

1. भोटा अस्पताल को पुनः सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा दिया जाए।

 

 

2. अस्पताल में 24 घंटे चिकित्सा सेवाएं बहाल की जाएं।

 

 

3. यहां पर आपातकालीन चिकित्सा, ऐम्बुलेंस, स्टाफ नर्स, डॉक्टर, लैब सेवाएं और फार्मेसी को पूरी तरह दुरुस्त किया जाए।

 

 

4. क्षेत्र में बढ़ते सड़क हादसों को ध्यान में रखते हुए अस्पताल को ट्रॉमा केयर यूनिट से लैस किया जाए।

 

 

 

भाजपा जनता के साथ, हर मोर्चे पर करेगी संघर्ष

 

अंत में विधायक लखनपाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभा रही है और जब तक भोटा क्षेत्र की जनता को उनका हक नहीं मिलता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शीघ्र इस विषय में उचित निर्णय नहीं लिया गया तो भाजपा जनता को साथ लेकर बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी।

 

विधायक ने जनता से भी अपील की कि वे सरकार की इस लापरवाही के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें और स्वास्थ्य जैसे संवेदनशील विषय पर चुप न बैठें।