राज राजेश्वरी शिक्षा महाविद्यालय में भगवत गीता के माध्यम से छात्रों को आधुनिक जीवन की शिक्षा दी

हमीरपुर/विवेकानंद वशिष्ठ  :-  राज राजेश्वरी शिक्षा महाविद्यालय भोटा, हमीरपुर के संकाय विस्तार व्याख्यान की श्रंखला को जारी रखते हुए  सुनीता दत्ता ने व्याख्यान दिया। उनके व्याख्यान का विषय  भगवत गीता के माध्यम से छात्रों को आधुनिक जीवन की शिक्षा रहा।

 

सुनीता दत्ता ने बताया कि  भगवत गीता में 700 श्लोक हैं। यह 45 मिनट का श्री कृष्ण व अर्जुन के मध्य का संवाद है जो सुबह 8 बजे से 9 बजे के मध्य हुआ था जिस दौरान समय पूरी तरह से रूक गया था।

 

श्री भगवत गीता मनुष्य को आत्मा की मुक्ति का मार्ग बताता है तथा जीवन को सही दिशा देने वाला ग्रन्थ है जो संसारिक बन्धनों से मुक्ति की तरफ अग्रसर करता है। यह बताता है कि मन को कैसे नियंत्रित करें, योग के माध्यम से हम इंद्रियों को वश में कर सकते हैं।

यह लोभ, मोह, क्रोध आदि से मुक्त करता है और जीवन में कर्त्तव्य की सर्वोत्त्ता को बताता है। कर्म से आत्मा की शुद्धि होती है और यह मोक्ष की ओर ले जाता है। बच्चों के लिए श्री भगवत

गीता की महत्वपूर्ण शिक्षाएं हैं:

शरीर से बढ़कर आत्मा है, अपने कर्त्तव्यों पर ध्यान दें, निष्काम कर्म, ईश्वर के प्रति सम्पूर्ण भक्ति और समर्पण, भगवान सर्वत्र है, अहंकार त्यागो, ज्ञान, भक्ति और कर्म भगवान तक पहुंचने के रास्ते हैं।

प्रकृति के गुणः

सत्व गुण, राजस व तमस गुण आदि का समन्वयन बनाएं, भगवान हमारे अन्दर है और हर स्थिति में शांत रहना चाहिए। अन्त मे डा आशीष कुमार ने व्याख्यान का सारांश दिया।

इस व्याख्यान पर बीÛ एÛ, बीÛ एडÛ तथा डीÛ एलÛ एडÛ के सभी छात्र व संपूर्ण स्टॉफ उपस्थित रहा।