


मंडी/विवेकानंद वशिष्ठ :- आपदाएं बहुत से लोगों का सच बाहर लाती हैं। जैसे एक सच कल आपने देखा के किस तरह एक प्रमुख्य व्यक्तित्व ने आपदा और राहत कार्यों से पल्ला झाड़ लिया।

लेकिन उससे दो दिन पहले भी आपने एक तस्वीर देखी होगी जिसमे एक महिला बाढ़ से बेसहारा हुई एक बच्ची को दुलार रही थीं। वे बल्ह की SDM स्मृतिका नेगी थीं, जिनके पास आजकल गोहर का अतिरिक्त प्रभार भी है।


अब पहले वाली विभूति की तरह होतीं तो वे भी पल्ला झाड़ लेतीं के उनके पास तो अतिरिक्त चार्ज है वे क्या कर सकती हैं।



लेकिन उन्होंने दूसरा रास्ता चुना, सेवा का
उन्होंने लोगों को मदद पहुँचाने में दी रात एक कर रखा है. यहाँ तक की रहत सामग्री के ट्रकों से भी वे खुद सामान उतारती देखी जा सकती हैं। ऐसे अधिकारी ही हिमाचल की शान है। यही देेेश-प्रदेश के सचे हीरो हैं। गर्व है हिमाचल के लोगों को इन पर ।




