नई दिल्ली: श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हटाए जाने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. श्रेयस और ईशान के फैंस इस विवाद में हार्दिक पंड्या का नाम भी घसीट रहे हैं. कुछ यूजर सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि अगर श्रेयस को कॉन्ट्रैक्ट नहीं मिला तो पंड्या को भी नहीं मिलना चाहिए था. कुछ इसमें कुलदीप यादव को नाम जोड़ रहे हैं और कह रहे हैं कि चाइनामैन स्पिनर को ग्रेड बी में रखना सही नहीं है. वह भी तब जब हार्दिक पंड्या को ए ग्रेड दिया गया है. हार्दिक पंड्या को ट्रोल किया गया तो आकाश चोपड़ा उनके समर्थन में उतर आए. पूर्व क्रिकेटर ने हार्दिक पंड्या के चोट की पूरी क्रोनोलॉजी ही निकाल ली और बताया कि वे क्यों कॉन्ट्रैक्ट के हकदार हैं.
आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल में कहा, ‘वो (पंड्या) रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलते. उन्होंने ऐसा कभी कहा नहीं है लेकिन सच बात यह है कि वे टेस्ट क्रिकेट के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं. वजह साफ है. वे टेस्ट मैच नहीं खेलना चाहते. इसलिए उनको फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने को कहना ठीक नहीं है.’
आकाश चोपड़ा कहते हैं कि यह समझने की जरूरत है कि क्यों हार्दिक पंड्या और श्रेयस अय्यर-ईशान किशन को अलग रखा गया है. क्यों इनके लिए अलग-अलग नियम अपनाए गए. आकाश ने कहा, ‘हार्दिक पंड्या के बारे में बात करने से पहले थोड़ा उनकी चोट की क्रोनोलॉजी समझ लेते हैं. हार्दिक को चोट लगी वर्ल्ड कप के दौरान. यानी अक्टूबर-नवंबर 2023 में. उस दौरान सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खत्म हो चुकी थी. इसलिए उसमें खेलने का सवाल ही पैदा नहीं होता. इसी तरह जिस बड़ौदा के लिए वे विजय हजारे ट्रॉफी खेलते हैं, उस टीम का सफर 5 दिसंबर को खत्म हो चुका था. यानी टी20 के बाद घरेलू वनडे (लिस्ट ए) टूर्नामेंट भी उनकी टीम के लिए 5 दिसंबर को खत्म हो चुका था, जिस समय वे अनफिट थे. वे उस वक्त कहीं खेल नहीं रहे थे. एनसीए में रहकर या विशेषज्ञों की निगरानी में चोट से रिकवर कर रहे थे.’
इसके बाद आकाश चोपड़ा कहते हैं कि हार्दिक पंड्या ने कभी नहीं कहा कि वे नहीं खेलेंगे या नहीं खेलना चाहते. उन्होंने कहा, ‘जब वे (पंड्या) फिट हुए तो उन्होंने प्रैक्टिस करनी शुरू की. वे एनसीए भी गए होंगे. उन्होंने प्रोटोकॉल भी फॉलो किए होंगे. प्रैक्टिस के बाद उन्हें डीवाय पाटिल टी20 टूर्नामेंट में खेल रहे हैं क्योंकि एनसीए ने उन्हें खेलने की इजाजत दी होगी.
आकाश इससे भी आगे जाकर कहते हैं कि हार्दिक पंड्या डेज क्रिकेट (फर्स्ट क्लास या टेस्ट मैच) नहीं खेलते. उन्होंने साफ कर रखा कि निकट भविष्य में टेस्ट मैच नहीं खेलना चाहते. घरेलू वॉइट बॉल क्रिकेट का सीजन खत्म हो चुका है. और जब वॉइट बॉल क्रिकेट सीजन खत्म हो चुका हो तो ऐसे में उनके सिर पर गन रखकर नहीं कहा जा सकता कि डेज क्रिकेट खेलो.
आकाश चोपड़ा कहते हैं कि अभी यह बहस सही दिशा में नहीं चल रही है. उन पर आरोप लगाना ठीक नहीं है. अगर नेशनल टीम खेल रही हो और हार्दिक फिर होकर भी खेलने से मना कर दें. या मुश्ताक अली ट्रॉफी चल रही हो और हार्दिक फिट होकर भी उसमें ना खेलें तब यह गलत होगा. अगर ऐसा कभी हो तब हार्दिक पर सवाल उठाया जा सकता है. लेकिन अभी उन पर किसी तरह के सवाल उठाना गलत है.
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FIRST PUBLISHED : March 1, 2024, 15:47 IST