लोकसभा सीटों के हिसाब से देश के दूसरे सबसे सूबे में इंडिया गठबंधन ने सीटों का बंटवारा कर लिया है. गुरुवार को गठबंधन के वरिष्ठ नेता शरद पवार के घर हुई एक अहम बैठक में फॉर्मूले को अंतिम रूप दे दिया गया. इस फॉर्मूले के तहत कांग्रेस पार्टी ने दरियादिली दिखाई है. वह राज्य की कुल 48 लोकसभा सीटों में से एक तिहाई से भी कम पर उम्मीदवार उतारेगी. गठबंधन में सबसे अधिक सीटें शिवसेना ठाकरे गुट को दी गई है.
मुंबई में शरद पवार के आवास 45, जे सिल्वर ओक्स में हुई इस अहम बैठक में ठाकरे गुट, एनसीपी शरद पवार गुट और कांग्रेस के नेता मौजूद रहे. राज्य में बने महाविकास अघाड़ी के बीच सीटों का फॉर्मूला बन गया. इसके मुताबिक, शिवसेना के उद्धव ठाकरे समूह के पास 21, कांग्रेस के पास 15, एनसीपी के पास 09 और सहयोगी दलों के पास 3 सीटें रहेंगी. इसे माविया फॉर्मूला बताया जा रहा है. गठबंधन के नेताओं ने बताया कि हमने सभी विषयों पर चर्चा की है. राहुल गांधी के 10 तारीख को महाराष्ट्र आकर बैठक करने के बारे में भी चर्चा हुई. हालांकि इस बारे में अभी आधिकारिक घोषणा बाकी है. हमने समान विचारधारा वाले सभी विचारों पर एक साथ चर्चा की. सीटों के आवंटन का मतलब है कि सीटें उसी को मिलेंगी जो निर्वाचित होगा. बैठक के बाद कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि कोल्हापुर सीट से उसके उम्मीदवार मैदान में उतरे.
कोल्हापुर सीट पर दावे
इस बीच, बैठक के बाद संजय राउत ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी को सीटें आवंटित कर दी गई हैं और तीनों दलों के बीच कोई विवाद नहीं है. इस बैठक के 24 घंटे के अंदर ही महाविकास अघाड़ी में विवाद खड़ा हो गया है. सूत्रों ने जानकारी दी है कि कोल्हापुर लोकसभा सीट को लेकर महाविकास अघाड़ी के बीच विवाद चल रहा है.
कांग्रेस कोल्हापुर से अपने नेता छत्रपति शाहू महाराज को उम्मीदवार बनाने पर जोर दे रहे हैं, लेकिन शिवसेना ठाकरे गुट का कहना है कि वह तभी सीट छोड़ेगी जब शाहू महाराज उसके निशान पर चुनाव लड़ेंगे. इस विवाद को सुलझाने के लिए महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने शरद पवार से मुलाकात भी की है. इसलिए अब कोल्हापुर सीट का विवाद शरद पवार के पाले में चला गया है. पश्चिमी महाराष्ट्र में शिरूर, सतारा, बारामती, हातकणंगले (राजू शेट्टी), सांगली की सभी सीटों पर कांग्रेस दावा कर रही है, जिससे शिवसेना ठाकरे पार्टी नाखुश है. विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक अगर कोल्हापुर शिवसेना को नहीं दिया गया तो पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे पश्चिमी महाराष्ट्र में कोई बैठक नहीं करने पर अड़े हुए हैं.
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Tags: Loksabha Elections, Maharashtra
FIRST PUBLISHED : March 1, 2024, 13:51 IST