





शिमला/विवेकानंद वशिष्ठ :- हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ ने कहा गया की विश्वविद्यालय बचाओ के नारे के साथ 26 सितंबर को 24 घंटे की भूख हड़ताल एवं आगामी कार्यकारी परिषद की बैठक का विरोध किया जाएगा ।
संघ द्वारा प्रस्तावित मांगों में से किसी को भी अभी तक पूरा नहीं किया गया है । शिक्षकों की CAS की माँग पिछले तीन वर्षों से लंबित है तथा हज़ारों शिक्षक पूरे प्रदेश में अपनी पदोन्नति से वंचित हैं । इस माँग को प्रदेश सरकार द्वारा पूरा किया जाना है , पर प्रदेश सरकार द्वारा इस अधिसूचना को जारी नहीं किया जा रहा है ।


ऐसा लग रहा है कि उच्च शिक्षा के प्रति सरकार गंभीर नहीं हैं जब पूरे प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को उनकी निर्धारित पदोन्नति दी जा रही है तो केवल महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है ।



संघ के अध्यक्ष ने बताया कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की छवि को खराब किया जा रहा है , जिसकी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की है । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय एक स्टेट यूनिवर्सिटी है जिसके कर्मचारियों के वेतन की जिम्मेवारी सरकार की है और इसके लिए सरकार वार्षिक अनुदान भी देती है ।
2025-2026 का वार्षिक अनुदान एक सौ बावन करोड़ है जिससे कर्मचारियों , पेंशनरों के वेतन एवं पेंशन का भुगतान किया जाता है जबकि वेतन और पेंशन का कुल वार्षिक खर्चा 252 करोड़ है यानी सौ करोड़ के लगभग हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय अपने संसाधनों से अर्जित धन से बचे हुए वेतन का भुगतान करता है ।

सरकार द्वारा एक मुश्त सरकारी अनुदान जारी न करके हर महीने के हिसाब से जारी करने से कर्मचारियों के वेतन में अविलंब हो रहा है जिससे पिछले चार महीने वेतन भुगतान में देरी चिंता का विषय है इसका कोई पक्का हल निकालना आवश्यक है । कर्मचारियों के DA का भुगतान जो पिछले कई महीनों से लंबित है चिंता का विषय है ।
विश्वविद्यालय का शिक्षक लंबे समय से अध्यापकों के लिए नए आवास परिसर के निर्माण को लेकर आवाज़ उठा रहा है इस माँग पर आश्वासन के बाद भी कोई पहल नहीं की गई जिससे अध्यापकों के अंदर भारी रोष है । इसके साथ साथ विश्वविद्यालय में कोई कैंटीन नहीं होना आवास आवंटन की नियमित बैठक न करना असिस्टेंट डायरेक्टर के पद रेवड़ियों की तरह बांटना प्रसाशन पर सवाल खड़े करता है ।
संघ ने कहा की हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय हम सब का अपना है पर यहाँ पर न तो कर्मचारी खुश है न विद्यार्थी ।
अपनी मांगों को लेकर संघ के 26 सितंबर को कुलपति कार्यालय के बाहर विश्वविद्यालय बचाओ के नारे के साथ 24 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठेगा एवं आगामी कार्यकारी परिषद की बैठक का अपनी मांगों के समर्थन में विरोध करेगा।





















































Total Users : 112402
Total views : 169492